कर्नाटक में नई सरकार का शपथ ग्रहण हो गया है. CM और डिप्टी CM के अलावा 8 लोगों को मंत्री बनाया गया है, इन लोगों ने भी आज ही मंत्रीपद की शपथ ली है.
कर्नाटक कैबिनेट की पहली लिस्ट में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा जिन 8 चेहरों को शामिल किया गया है, वो जातीय समीकरण साधने की एक बेहतरीन कोशिश दिखती है. इन 8 चेहरों में 3 SC, दो अल्पसंख्यक समाज से, जिसमें मुस्लिम और ईसाई का प्रतिनिधित्व है, एक रेड्डी, एक लिंगायत और एक ST-वाल्मीकि चेहरा है.
जातीय समीकरण साधने की कोशिश
कांग्रेस को सियासत की जिस बिसात से कर्नाटक में इतनी बड़ी जीत हासिल हुई है, उसे वो 2024 के चुनावों तक किसी भी कीमत पर बिखेरना नहीं चाहती, इसलिए हर समाज से उसने चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया.
आज जिन 8 वरिष्ठ नेताओं ने मंत्रिपद की शपथ ली है, उनमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जी परमेश्वर, लिंगायत नेता एम बी पाटिल और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे रियांक खड़गे शामिल हैं. परमेश्वर और प्रियांक दलित समुदाय से आते हैं.
साथ ही, वरिष्ठ नेता के एच मुनियप्पा, के जे जॉर्ज, सतीश जार्कीहोली, रामालिंगा रेड्डी और बी जेड जमीर अहमद खान ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. मुनियप्पा भी दलित समुदाय से आते हैं. वहीं, खान और जॉर्ज का संबंध अल्पसंख्यक समुदाय से है. जरकीकीहोली अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं, जबकि रामालिंगा रेड्डी का संबंध रेड्डी जाति से है.
इन चेहरों को कैबिनेट में जगह
जी परमेश्वर
कर्नाटक का एक बड़ा दलित चेहरा हैं परमेश्वर, एच कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-JDS गठबंधन सरकार में राज्य के पहले दलित उपमुख्यमंत्री थे. वो 6 बार विधायक भी रह चुके हैं. उन्होंने 1989, 1999 और 2004 में मधुगिरी, 2008, 2018 और 2023 में कोराटागेरे से विधानसभा का चुनाव जीता है. जब सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया तो खबर आई कि वो इससे काफी नाराज हैं, क्योंकि इससे दलित समाज आहत हुआ है. इसलिए परमेश्वर को कैबिनेट में शामिल करके दलितों का वोट साधा गया है.
के एच मुनियप्पा
कांग्रेस नेता के एच मुनियप्पा ने इस बार कर्नाटक की देवनहल्ली सीट पर 4,631 वोटों से जीत दर्ज की है. वे इससे पहले केंद्र में मंत्री रह चुके हैं मुनियप्पा केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भी रहे हैं. वे करीब तीन दशक तक लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं. SC कम्युनिटी में उनकी अच्छी पकड़ है उन्होंने लगातार सात चुनावों में कोलार सीट जीत दर्ज की है.
केजे जॉर्ज
केलचंद्र जोसेफ जॉर्ज 1968 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए थे. वे वीरेंद्र पाटिल सरकार में MoS परिवहन, खाद्य और नागरिक आपूर्ति का पद संभल चुके हैं. जॉर्ज HD कुमारस्वामी की कैबिनेट में MSME उद्योग मंत्री थे और बेंगलुरु विकास और नगर नियोजन मंत्री थे. वह पहले कर्नाटक के गृह मंत्री रह चुके हैं.
एम बी पाटिल
लिंगायत नेता मल्लनगौड़ा बसनगौड़ा पाटिल कर्नाटक के गृह मंत्री रह चुके हैं. वे पहले सिद्धारमैया कैबिनेट में जल संसाधन मंत्री थे. उन्होंने कर्नाटक विधान सभा का चुनाव पांचवीं बार जीता है. वे BLDE एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं. एम बी पाटिल लोकसभा के पूर्व सदस्य भी रह चुके हैं.
सतीश जरकीहोली
सतीश जरकीहोली का जन्म 1962 में कर्नाटक के बेलगावी जिले में हुआ था. जरकीकीहोली अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं. सतीश बेलागवी जिले की येमाकानमार्डी विधानसभा सीट से विधायक हैं. बेलागवी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए साल 2021 में हुए लोकसभा उपचुनावों के दौरान सतीश BJP के मंगला अंगड़ी से केवल 5,000 मतों के नजदीकी अंतर से हार गए थे.
प्रियांक खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे हैं प्रियांक खड़गे हैं. प्रियांक खड़गे कलबुर्गी जिले की चितापुर सीट से विधायक हैं. तीसरी बार लगातार प्रियांक खड़गे विधायक चुने गए हैं. वे 2016 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में आईटी मंत्री थे. उन्होंने 2009 में चुनावी राजनीति में कदम रखा था. प्रियांक NSUI में महासचिव, राज्य महासचिव रह चुके हैं.
रामलिंगा रेड्डी
कर्नाटक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष हैं रामलिंगा रेड्डी. रेड्डी 1973 में NSUI में शामिल हुए थे. रामालिंगा रेड्डी का संबंध रेड्डी जाति से है. वे 2 सितंबर 2017 से 17 मई 2018 तक गृह राज्य मंत्री थे. इससे पहले वे कर्नाटक के परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं.
बी जेड जमीर अहमद खान
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में चामराजपेट विधानसभा सीट पर कांग्रेस के सीटिंग विधायक जमीर अहमद खान ने 50 हजार के वोटों के ज्यादा अंतर से जीते हैं. जमीर अहमद चामराजपेट से 4 बार के विधायक हैं कांग्रेस नेता BZ जमीर खान पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के करीबी माने जाते हैं