CCI New Chairperson: 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार CCI यानी भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India) को स्थायी अध्यक्ष मिल गया है. एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, केंद्र सरकार ने रवनीत कौर को CCI का चेयरपर्सन नियुक्त कर दिया है.
अक्टूबर 2022 में अशोक कुमार गुप्ता के रिटायर होने के बाद से कंपीटिशन नियामक के पास कोई फुल टाइम अध्यक्ष नहीं था.
प्रभार में चल रहा था अध्यक्ष पद
पिछले साल अक्टूबर से CCI मेंबर संगीता वर्मा चेयरपर्सन के तौर पर काम कर रही हैं. अब तक वो इस पद के प्रभारी के तौर पर कार्यरत थीं, लेकिन रवनीत कौर के रूप में CCI को स्थायी अध्यक्ष मिल गया है.
पंजाब कैडर की IAS हैं रवनीत कौर
CCI की नवनियुक्त चेयरपर्सन रवनीत कौर पंजाब कैडर की 1988 बैच की IAS अधिकारी हैं. 15 मई को जारी आदेश के अनुसार, उनकी नियुक्ति पदभार ग्रहण करने की तारीख से अगले 5 वर्ष की अवधि या 65 वर्ष की आयु होने (जो भी पहले हो) तक के लिए होगी. या फिर इस पद के संबंध में कोई अगला आदेश तक वो चेयरपर्सन के तौर पर काम करेंगी.
सरकारी आदेश के अनुसार, रवनीत कौर को हर महीने 4.5 लाख रुपये सैलरी मिलेगी. इसमें घर और कार की सुविधा शामिल नहीं है.
UK-US से पढ़ाई और रिसर्च
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो शुरुआती शिक्षा के बाद उन्होंने ब्रिटेन की बर्मिंघम यूनिवर्सिटी से पब्लिक इकोनॉमिक मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट हैं. साथ ही इकोनॉमिक्स में भी मास्टर्स किया है. अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में उन्होंने रिसर्च फेलो (Hubert H Humphrey Fellow) के तौर पर एक साल बिताया है और वॉशिंगटन DC में इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट में सलाहकार भी रही हैं.
कई बड़े पदों पर काम कर चुकी हैं रवनीत कौर
रवनीत कौर पंजाब सरकार में कई बड़े पदों पर काम कर चुकी हैं. वो वर्तमान में पंजाब में सेवारत हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, पंजाब में उच्च शिक्षा विभाग, कैबिनेट, समन्वय और संसदीय मामलों के विभागों में वो प्रधान सचिव रह चुकी हैं. वहीं केंद्र सरकार में वित्त मंत्रालय के अंतर्गत वो फाइनेंशियल सर्विसेज डिपार्टमेंट, विनिवेश डिपार्टमेंट और आर्थिक मामलों के विभाग में भी वो काम कर चुकी हैं.
रवनीत कौर, भारतीय पर्यटन विकास निगम (ITDC) की चेयरपर्सन और MD भी रह चुकी हैं. इसके साथ ही पंजाब कम्युनिकेशंस लिमिटेड, मार्कफेड, एक्जिम बैंक समेत कई निगमों की कमान संभाल चुकी हैं.
CCI में पेंडिंग मामलों को निपटाना होगी चुनौती
रवनीत कौर की नियुक्ति भारतीय उद्योग जगत के लिए बड़ी राहत होगी. उनके शामिल होने के बाद CCI के लिए आदेश पारित करना आसान हो जाएगा. कारण कि अक्टूबर 2022 से लेकर कौर की नियुक्ति से पहले तक CCI में कार्यवाहक अध्यक्ष सहित केवल दो सदस्य थे. अब फैसला लेने के लिए आवश्यक 3 सदस्यों का कोरम पूरा हो जाएगा.
वित्त मंत्रालय ने पिछले दिनों संसद को बताया था कि CCI की इन्वेस्टिगेशन विंग Amazon, Flipkart, Whatsapp, Facebook, Zomato, Swiggy, BookMyShow, Google समेत कई बड़ी टेक फर्मों और स्टार्टअप्स के खिलाफ पूछताछ कर रही है.
कई कंपनियों के खिलाफ करीब 50 मामले एंटी-ट्रस्ट मुद्दों से संबंधित हैं. जांच पूरी कर इन मामलों को निबटाना अब कौर की जिम्मेदारी होगी. इसके अलावा उन्हें मेडिसिन और चिकित्सा उपकरणों की बढ़ी कीमत वसूलने वाले अस्पतालों की जांच भी करनी होगी.