Deadly Flood Hit Brazil: उत्तर अमेरिकी देश ब्राजील में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने कहर मचा दिया है. NDTV ने समाचार एजेंसी AFP की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि बाढ़ के चलते 57 लोगों की मौत हो गई, 74 लोग घायल हैं, जबकि 67 लोग अभी भी लापता हैं.
घातक बाढ़, भूस्खलन और मूसलाधार तूफान के कारण हजारों लोगों को बेघर होना पड़ा है. ब्राजील की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि दक्षिणी ब्राजील में करीब 70,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बाढ़ में प्रमुख शहर पोर्टो एलेग्रे बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
इस तबाही में देश की इकोनॉमी को भी बड़ा झटका लगा है, जिससे उबरने में समय लगेगा.
बाढ़ के चलते मरने वालों की संख्या (57) में वे 2 लोग शामिल नहीं हैं, जो पोर्टो एलेग्रे में गैस स्टेशन पर विस्फोट में मारे गए थे. यहां बचाव दल तेल भरने का प्रयास कर रहे थे.
व्यापार चौपट, फ्लाइट्स निलंबित
ब्राजील के कई शहरों में बाढ़ का पानी भर गया है और भूस्खलन जारी है. रियो ग्रांडे डो सुल में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे शहर के बांधों और जल निकासी प्रणालियों पर दबाव बढ़ता जा रहा है.
बाढ़ से ज्यादा प्रभावित पोर्टो एलेग्रे, आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण शहर है, ऐसे में यहां बारिश और बाढ़ के चलते व्यापार चौपट होने लगा है. वहीं, पोर्टो एलेग्रे इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने शहर की गंभीर परिस्थितियों के चलते सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित कर दी हैं.
टूटा 1941 की बाढ़ का रिकॉर्ड
ब्राजील में हफ्ते भर हुई बारिश के कारण उरुग्वे और अर्जेंटीना की सीमा से सटे रियो ग्रांडे डो सुल में बाढ़ आ गई, जिससे एक डैम आंशिक रूप से ढह गया. हाइड्रो पावर प्लांट का एक और डैम दबाव में है और उसके ढहने का खतरा मंडरा रहा है.
बाढ़ से देश की 281 नगरपालिकाएं प्रभावित हुई हैं. गुइबा नदी का जलस्तर 5.04 मीटर (16.5 फीट) की ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया है, जिससे 1941 की विनाशकारी बाढ़ का रिकॉर्ड टूट गया है. 1941 में जलस्तर 4.76 मीटर तक पहुंचा था.
रियो ग्रांडे डो सुल के गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने कहा कि आपदा के बाद पुनर्निर्माण के लिए भारी निवेश के 'मार्शल प्लान' की जरूरत होगी.