Godrej Story: मिलिए गोदरेज फैमिली की नई जेनरेशन से; किन कंधों पर कारोबार का दारोमदार, कंपनी में किनका क्‍या है रोल?

गोदरेज के फर्श से अर्श पर पहुंचने की कहानी जितनी दिलचस्‍प है, उतनी ही दिलचस्‍प है, गोदरेज फैमिली की कहानी.

Source: NDTV Gfx/ Company Website/ Wikipedia

Godrej Family New Generation's Story: बुलंद भारत की तस्‍वीर बनाने में देश के कई उद्योगपति घरानों का अहम रोल रहा है. ऐसा ही एक घराना है- गोदरेज. एक दौर था, जब महात्‍मा गांधी, साउथ अफ्रीका में वकालत कर रहे थे और उसी समय ईस्‍ट अफ्रीका में अर्देशिर गोदरेज (Ardeshir Godrej) वकालत कर रहे थे. वहां मन नहीं लगा तो अपने वतन लौट आए.

आज से 127 साल पहले एक छोटे से गोदाम में उन्‍होंने ताला बनाने से अपनी कंपनी शुरू की और आज दुनियाभर में 'गोदरेज' बड़ा नाम है.

गोदरेज के फर्श से अर्श पर पहुंचने की कहानी जितनी दिलचस्‍प है, उतनी ही दिलचस्‍प है, गोदरेज फैमिली की कहानी. लोगों की दिलचस्‍पी ये जानने में भी है कि गोदरेज फैमिली की अगली पीढ़ी में कौन-कौन हैं और वे करते क्‍या हैं.

फिलहाल जो बंटवारा हुआ है, उसमें एक तरफ हैं- आदि और नादिर गोदरेज, जबकि दूसरी ओर हैं- जमशेद और स्मिता. गोदरेज फैमिली की चौथी पीढ़ी में इन्‍हीं की संतानें शामिल हैं. लेकिन उनके बारे में जानने से पहले हमें शुरू से शुरुआत करनी होगी.

अर्देशिर-पिरोजशा से आदि-नादिर तक

गोदरेज कंपनी के फाउंडर अर्देशिर ने शादी तो की पर उनके बच्‍चे नहीं थे, जबकि को-फाउंडर भाई पिरोजशा गोदरेज के 4 बच्‍चे हुए. इन दोनों भाइयों के बाद पिरोजशा के बच्‍चों सोहराब, दोसा, बुरजोर और नवल ने कारोबार संभाला.

इन चारों में सोहराब के बच्‍चे नहीं थे, ऐसे में कारोबार की कमान आई दोसा, बुरजोर और नवल के बच्‍चों के हाथों में.

दोसा गोदरेज के बेटे ऋषद ने भी शादी नहीं की. बुरजोर के बेटे आदि और नादिर और नवल के बच्‍चे जमशेद और स्मिता के बीच ग्रुप का बंटवारा हुआ है. इसके बाद आती है गोदरेज फैमिली की चौथी पीढ़ी, जिसमें 10 भाई-बहन शामिल हैं.

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गोदरेज फैमिली की 'नई पौध'

आदि गोदरेज के बेटे पिरोजशा का नाम उनके परदादा के नाम पर रखा गया है. निसाबा और तान्‍या उनकी बहनें हैं.

नादिर गोदरेज की तीन संतानें हैं. इनमें बर्जिस गोदरेज और शोराब की रहती है, जो फैमिली बिजनेस में लगे हैं, जबकि तीसरे की दिलचस्‍पी बिजनेस में नहीं है.

वहीं जमशेद के बेटे नवरोज और बेटी रायका के साथ-साथ स्मिता की बेटियां नायरिका और फ्रेयान नई पीढ़ी का चेहरा हैं.

नई पीढ़ी में बेहद अहम चेहरा होंगे पिरोजशा

सबसे पहले बात करते हैं पिरोजशा गोदरेज की, जो जल्द ही गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप का अहम चेहरा बनने जा रहे हैं. आदि गोदरेज के बेटे पिरोजशा, फिलहाल रियल एस्टेट बिजनेस संभालते हैं.

व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस से पढ़े पिरोजशा अभी गोदरेज प्रॉपर्टीज, गोदरेज हाउसिंग फाइनेंस और गोदरेज फंड मैनेजमेंट के एग्‍जीक्‍यूटिव चेयरमैन हैं. वो गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और गोदरेज एग्रोवेट के नॉन-एग्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर भी हैं.

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2004 में वो गोदरेज प्रॉपर्टीज से जुड़े थे. 2012 में उन्हें ग्रुप की रियल एस्टेट फर्म का CEO बनाया गया था. फिर 2017 में वो गोदरेज प्रॉपर्टीज के एग्‍जीक्‍यूटिव चेयरमैन बने. वो अब ग्रुप में वाइस चेयरमैन की जिम्मेदारी संभालेंगे और अगस्त 2026 में नादिर गोदरेज की जगह चेयरपर्सन बनेंगे.

टॉप बिजनेस वुमन में शामिल हैं निसाबा

पिरोजशा की बहन निसाबा का नाम देश-दुनिया की टॉप बिजनस वुमन में शुमार है. अमेरिका के हार्वर्ड बिजनेस स्‍कूल से पढ़ीं निसाबा के पास गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड (GCPL) की जिम्मेदारी है. 2017 में उनकी ज्‍वानिंग के बाद से कंपनी की वैल्‍यूएशन कई गुना बढ़ गई है.

निसाबा की ही अगुवाई में गोदरेज ने 2825 करोड़ रुपये में रेमंड के FMCG बिजनेस का अधिग्रहण किया. उनके पास ग्रुप की 4 कंपनियों के शेयर हैं.

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निसाबा ने ट्राइबेका डेवेलपर्स के फाउंडर कल्पेश मेहता से शादी की है और अपने बच्चों जोरान और एडन के साथ मुंबई में रहती हैं.

तान्‍या ने गोदरेज को बनाया मास्‍टरब्रैंड

निसाबा की बड़ी बहन तान्‍या भी फैमिली बिजनेस देखती हैं. वो ग्रुप की एग्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर हैं. उन पर ब्रैंड और कम्‍यूनिकेशन की जिम्‍मेदारी भी है. गोदरेज को मास्‍टरब्रैंड बनाने में उनका अहम रोल रहा है. 2005 में उन्‍होंने हार्वर्ड बिजनेस स्‍कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम किया था. ब्राउन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट तान्‍या, वहां की ट्रस्‍टी और इंडिया एडवाइजरी काउंसिल की मेंबर भी हैं. तान्‍या ने उद्योगपति अरविंद दुबाश से शादी की और अपने बच्चों के साथ वो भी मुंबई में रहती हैं.

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बर्जिस और सोहराब गोदरेज

अपने चचेरे भाई-बहनों की तरह बर्जिस गोदरेज भी फैमिली बिजनेस में हैं. बर्जिस के पास फिलहाल गोदरेज एग्रोवेट और एस्‍टेक लाइफसाइंसेज की जिम्‍मेदारी है. अभी वे कंपनी के COO हैं, जबकि इससे पहले वे एग्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍ट थे और स्‍पेशल प्रोजेक्‍ट्स लीड करते थे.

2017 में गोदरेज एग्रोवेट में शामिल होने से पहले उन्‍होंने किसानों के लिए सॉफ्टवेयर सॉल्‍यूशन प्रोवाइडर कंपनी कंजर्विस कॉर्पोरेशन के लिए भी काम किया है. अपने दूसरे भाई-बहनों की तरह वे भी हार्वर्ड से MBA हैं.

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बर्जिस के भाई सोहराब भी फैमिली बिजनेस से जुड़े हैं. उन्‍होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है और उनके पास एयरोस्‍पेस सेक्‍टर में डिजाइनिंग का भी अनुभव है.

राइका और नवरोज गोदरेज

जमशेद गोदरेज जिनके हिस्‍से में गोदरेज एंटरप्राइज आया है, उनके बच्‍चे कंपनी में किसी र्कायकारी भूमिका में नहीं हैं. बेटे नवरोज, ग्रुप की होल्डिंग कंपनी गोदरेज एंड बॉयस में नॉन एग्जिक्‍यूटिव डायरेक्‍टर हैं. वहीं राइका अभी बिजनेस से नहीं जुड़ी हैं.

नायरिका: गोदरेज एंटरप्राइज ग्रुप का बड़ा चेहरा

बात करें जमशेद की बहन स्मिता की, तो उनकी 2 बेटियों में नायरिका होल्कर, गोदरेज एंटरप्राइज ग्रुप में नया चेहरा होंगी. वो एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की भूमिका में होंगी.

उन्होंने लंदन यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की है और एक काबिल वकील होने के नाते वो ग्रुप की कंपनियों के लिए कानूनी और कॉर्पोरेट एडवाइजर भी हैं. नायरिका की शादी इंदौर के पूर्व शाही परिवार में यशवंत राव होल्कर से हुई है.

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स्मिता की दूसरी बेटी फ्रेयान फिलहाल किसी कार्यकारी भूमिका में नहीं हैं और अपने ममेरे भाई नवरोज की तरह गोदरेज एंड बॉयस में नॉन एग्जिक्‍यूटिव डायरेक्‍टर के तौर पर जुड़ी हैं.

ये सभी गोदरेज फैमिली की चौथी पीढ़ी का चेहरा हैं, जिनके कंधों पर आने वाले वर्षों में गोदरेज के नाम और काम को और ज्‍यादा विस्‍तार देने की जिम्‍मेदारी होगी.

(Sources: NDTV Profit Research, Godrej Archives, PTI, Bloomberg, Forbes/X, Time/X, LinkedIn etc.)

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