127 साल पुराने औद्योगिक समूह गोदरेज में पहली बार बंटवारा होने जा रहा है. दरअसल आदि और नादिर गोदरेज की उनके चचेरे भाई-बहन जमशेद और स्मिता के साथ संपत्ति बंटवारे पर सहमति बन गई है.
इसके तहत आदि और नादिर गोदरेज को गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप मिला है, जिसमें 5 लिस्टेड कंपनियां हैं. दूसरी तरफ जमशेद और स्मिता को बंटवारे में गोदरेज & बॉयस के साथ-साथ एफिलिटेड कंपनियां और मुंबई की प्राइम 3,400 एकड़ जमीन मिली है.
गोदरेज ग्रुप के पास कितनी संपत्ति?
जैसा ऊपर बताया बिना बंटवारे के ग्रुप में 5 लिस्टेड कंपनियां हैं. लिस्टेड कंपनियों की कुल वैल्युएशन करीब 20 बिलियन डॉलर की है. ग्रुप की सालाना आय करीब 5.7 बिलियन डॉलर है. जबकि विक्रोली लैंड की जमीन के बारे में CLSA का अनुमान है कि इसकी कीमत 4.35 लाख करोड़ रुपये (करीब 54 बिलियन डॉलर) से भी ज्यादा है. मतलब लिस्टेड कंपनियों के कुल वैल्यूएशन से ढाई गुने से भी ज्यादा.
ये है गोदरेज के अहम सदस्यों की नेट वेल्थ
फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक गोदरेज परिवार की कुल वेल्थ 16.7 बिलियन डॉलर है. अगर व्यक्तिगत सदस्यों की बात की जाए, तो मैगजीन के मुताबिक आदि, नादिर, स्मिता और जमशेद में हर एक की संपत्ति 3.8 बिलियन डॉलर है.
किसको क्या मिला?
परिवार के मुखिया आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर गोदरेज को पांचों लिस्टेड कंपनियों का नियंत्रण मिला है, ये कंपनियां कंज्यूमर गुड्स, रियल एस्टेट, एग्रीकल्चर, केमिकल्स और फूड रिटेल बिजनेस से जुड़ी हैं. इन पांचों लिस्टेड कंपनियों की वैल्यू 2.4 लाख करोड़ रुपये है.
चचेरे भाई जमशेद और स्मिता को नॉन-लिस्टेड गोदरेज एंड बॉयस के साथ-साथ उसकी सहयोगी कंपनियां और एक विशाल लैंड बैंक मिलेगा. गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप के तहत आने वाली गोदरेज एंड बॉयस का बिजनेस एयरोस्पेस, एविएशन, डिफेंस, इंजन और मोटर्स, कंस्ट्रक्शन, फर्नीचर और सॉफ्टवेयर और IT समेत कई क्षेत्रों में है.
आगे कौन संभालेगा बिजनेस?
अगली पीढ़ी के बिजनेस लीडर्स नायरिका होल्कर, पिरोजशा दोनों ही आगे चलकर इन बिजनेसेज को संभालेंगे. आदि गोदरेज के बेटे पिरोजशा गोदरेज को समूह का एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया है. वो अगस्त 2026 में नादिर गोदरेज के बाद चेयरपर्सन का पद संभालेंगे.
इस फैमिली सेटलमेंट में कुल मिलाकर 26 सदस्य शामिल हैं. दोनों ही ग्रुप 'गोदरेज' ब्रैंड नाम का इस्तेमाल करना जारी रख सकते हैं, इसके लिए उन्हें किसी तरह का रायल्टी भुगतान नहीं करना होगा.