इनकम टैक्स का सीजन चल रहा है और लोग 31 मार्च के पहले निवेश के लिए ऐसे विकल्प तलाश रहे हैं, जिसमें टैक्स का भी लाभ मिले. अगर आप भी ऐसे विकल्प की तलाश में हैं तो बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana- SSY) पर विचार कर सकते हैं. ये बेटियों के नाम पर चल रही टैक्स फ्री स्मॉल-सेविंग स्कीम है.
मौजूदा तिमाही के लिए इस पर मिलने वाली ब्याज दर 8.2% है, जो स्मॉल सेविंग्स में सबसे ज्यादा है. स्मॉल सेविंग्स पर इसके बराबर ब्याज सिर्फ डाकघर की सीनियर सिटिजन्स सेविंग्स स्कीम ही दे रही है. इस स्कीम में हर साल 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है.
बड़ा फंड जुटाने में बेहद कारगर
सुकन्या समृद्धि योजना के जरिए आप न सिर्फ टैक्स बचाते हैं, बल्कि इसका बड़ा फायदा ये भी है कि लंबी अवधि में अनुशासित तरीके से निवेश करके इसके जरिए बड़ा फंड भी जुटाया जा सकता है. इस स्कीम में 3 गुना से ज्यादा रिटर्न मिलने की गारंटी है.
अगर स्कीम में हर साल अधिकतम 1.50 लाख रुपये निवेश किए जाएं तो मैच्योरिटी तक 70 लाख रुपये का फंड जुटाया जा सकता है. जो इस दौरान आपकी तरफ से निवेश की गई कुल 22.50 लाख रुपये की रकम के मुकाबले लगभग 3 गुना होगा.
ऐसे मिलेगा निवेश का 3 गुना फंड
SSY में ब्याज दर: 8.2% सालाना
अधिकतम निवेश: 1.5 लाख रुपये सालाना
15 साल में निवेश: 22,50,000 रुपये (22.50 लाख रुपये)
21 साल की मैच्योरिटी पर कुल अमाउंट: 69.80 लाख रुपये
ब्याज का फायदा: 47.30 लाख रुपये
टैक्स फ्री स्कीम
सुकन्या समृद्धि योजना टैक्स फ्री स्कीम है. इस पर EEE (Exempt-Exempt-Exempt) यानी तीन अलग-अलग स्तर पर टैक्स छूट मिलती है. सबसे पहले तो इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख तक के सालाना निवेश पर छूट मिलती. दूसरे, इस स्कीम में मिलने वाले ब्याज पर भी टैक्स नहीं लगता है. तीसरे, मैच्योरिटी के समय मिलने वाली पूरी रकम भी टैक्स फ्री है. इस योजना को मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में 22 जनवरी 2022 को बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान के तहत शुरू किया गया था.
15 साल तक करना है निवेश
सुकन्या समृद्धि योजना की सबसे खास बात ये है कि इसकी मैच्योरिटी 21 साल की है, लेकिन आपको इसमें निवेश 15 साल तक ही करना होता है. यानी निवेश की अवधि पूरी होने के 6 साल बाद खाता मैच्योर होता है. बचे 6 साल में आपकी जमा पर स्कीम के तहत तय ब्याज मिलता रहता है. अगर आपने 3 साल की बेटी के लिए अकाउंट शुरू किया तो ये 24 साल में मैच्योर होगा. बेटी 18 साल की हो जाती है तो अपना अकाउंट खुद से मैनेज कर सकती है.
योग्यता और जमा की लिमिट
योजना में 10 साल से कम उम्र की बेटी के लिए खाता पोस्ट ऑफिस में शुरू कर सकते हैं. इसके लिए बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट होना जरूरी है. पैरेंट्स के आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ की भी जरूरत होगी. स्कीम के तहत 2 बेटियों के लिए अलग-अलग खाता खोल सकते हैं. जुड़वां बेटियां हों, तो 2 से ज्यादा अकाउंट भी खोले जा सकते हैं.
इस स्कीम में एक वित्त वर्ष के दौरान 1.5 लाख रुपये के अधिकतम निवेश की लिमिट के अलावा हर साल कम से कम 250 रुपये जमा करने का नियम भी लागू होता है. आप चाहें तो साल में 1.5 लाख रुपये के अधिकतम निवेश को 12,500 रुपये की मंथली किस्तों में भी जमा कर सकते हैं.
खाते में ब्याज कब जमा होता है?
सुकन्या समृद्धि खाते पर ब्याज का कैलकुलेशन हर महीने के पांचवें दिन से लेकर महीने के अंत के दौरान खाते में जमा सबसे कम रकम के आधार पर किया जाता है. ब्याज की रकम हर वित्त वर्ष के अंत में खाते में जमा की जाती है.
प्री-मैच्योर निकासी
बेटी की उम्र 18 साल होने पर उसकी शादी के लिए 50% रकम निकाली जा सकती है. इसके अलावा अकाउंट शुरू होने के 5 साल बाद कुछ परिस्थितियों में मैच्योरिटी के पहले भी पैसे निकाले जा सकते हैं.