Hindenburg Research की नई रिपोर्ट! 'ब्लॉक' के को-फाउंडर जैक डॉर्सी की $526 मिलियन दौलत साफ

ब्लूमबर्ग बिलेनेयर इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index.) के मुताबिक उनकी संपत्ति में 11 % की गिरावट के बाद अब कुल नेटवर्थ 4.4 बिलियन डॉलर रह गई है.

Source: Reuters

हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की ताजा रिपोर्ट के बाद 'ब्लॉक' (Block Inc.) के को-फाउंडर जैक डॉर्सी (Jack Dorsey) की दौलत में भारी गिरावट आई है. हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में ब्लॉक पर आरोप लगाया है कि कंपनी ने निवेशकों को गुमराह किया है. हिंडनबर्ग का कहना है कि जैक डॉर्सी की पेमेंट कंपनी ब्लॉक ने कोविड के दौरान फर्जीवाड़ा करके सरकारी योजनाओं का फायदा उठाने वालों की मदद की.

इस रिपोर्ट के आने के बाद सिर्फ एक दिन में ही जैक डॉर्सी (Jack Dorsey) की दौलत 526 मिलियन डॉलर साफ हो गई. पिछले साल मई से लेकर अबतक ये एक दिन में डॉर्सी के लिए सबसे बड़ा नुकसान है. ब्लूमबर्ग बिलेनेयर इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index.) के मुताबिक उनकी संपत्ति में 11 % की गिरावट के बाद अब कुल नेटवर्थ 4.4 बिलियन डॉलर रह गई है.

हिंडनबर्ग ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उसने कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए

हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप

  • कंपनी के कैश ऐप ने कई लोगों को एक ही अकाउंट में सरकार की तरफ से मिलने वाली सहायता लेने दी.

  • ब्लॉक ने यूजर्स मेट्रिक्स को बढ़ा दिया, यानी यूजर्स की संख्या को काफी बढ़ा चढ़ाकर बताया था

  • ब्लॉक ने साफ तौर पर ये जानकारी छिपाई है कि उसके कैश ऐप पर कितने सही यूजर्स हैं.

  • कंपनी ने एक्टिव यूजर्स का मेट्रिक्स भी फर्जी अकाउंट्स से भर दिया.

  • महामारी के दौरान कैश ऐप को भारी संख्या में लोगों ने इस्तेमाल किया.

  • कंपनी ने कुछ जरूरी बैंकिंग रेगुलेशन को नजरअंदाज कर अपना मुनाफा बढ़ाया.

ब्लॉक के शेयर 22% तक टूटे

कंपनी ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों से इनकार किया और कहा कि वह शॉर्ट-सेलर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के रास्ते तलाश रहे हैं. ब्लॉक का शेयर 15% नीचे बंद हुआ, हालांकि इंट्रा डे में ये शेयर 22% तक टूटा था.

डॉर्सी की संपत्ति का बड़ा हिस्सा 'ब्लॉक' में

डॉर्सी, जो कि ट्विटर के भी को-फाउंडर हैं, उनकी संपत्ति का ज्यादातर हिस्सा ब्लॉक में लगा हुआ है. ब्लूमबर्ग वेल्थ इंडेक्स का अनुमान है कि फर्म में उनकी हिस्सेदारी 3 बिलियन डॉलर है, जबकि ट्विटर में उनका हिस्सा सिर्फ 388 मिलियन डॉलर का ही है.

हिंडनबर्ग रिसर्च के निशाने पर अरबपति बिजनेसमैन

हालांकि ये पहली बार नहीं है कि नैथन एंडरसन की हिंडनबर्ग ने अपने शिकार के रूप में अरबपतियों को चुना है और उनकी दौलत पर सीधा निशाना साधा है. इस साल की शुरुआत में भारत के गौतम अदाणी और उनके बिजनेस साम्राज्य पर भी हमले किए, जिससे उनकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई और उनकी संपत्ति में कई करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ.

अदाणी, जो एक समय दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे, अब 60.1 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ ब्लूमबर्ग के इंडेक्स में में 21वें नंबर पर हैं. हिंडनबर्ग ने सितंबर 2020 में इलेक्ट्रिक कार निर्माता निकोला कॉर्प को भी निशाना बनाया था. इसके बाद निकोला के स्टॉक में गिरावट आई और एक जांच के कारण अक्टूबर में इसके संस्थापक ट्रेवर मिल्टन के खिलाफ धोखाधड़ी की सजा हुई.

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