क्रिप्टो के खिलाफ US-SEC का एक्शन कैसे इस भारतीय कंपनी की टेंशन बढ़ा सकता है?

ये पूरा मामला इसलिए भी केंद्र में रहेगा, क्योंकि फैसला तय करेगा कि क्रिप्टो अपने आप में एसेट्स क्लास है या नहीं.

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दुनिया के दो सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज, अमेरिकी मार्केट रेगुलेटर (US-SEC) के निशाने पर हैं. बाइनेंस (Binance) और कॉइनबेस (Coinbase), दोनों पर अनरजिस्टर्ड स्टॉक एक्सचेंजों के संचालन का आरोप लगाते हुए US-SEC ने मुकदमा दायर किया है.

मुश्किल में पॉलीगॉन

दोनों मुकदमों में एक अनरजिस्टर्ड सिक्योरिटी के रूप में क्लासीफाइड टोकन में Polygon का MATIC टोकन का नाम भी शामिल है. 2017 में मुंबई में बेस्ड Polygon एक ब्लॉकचेन का संचालन करता है, जो इथेरियम (Ethereum) पर एक्टिविटी बढ़ाने में मदद के लिए है.

दिसंबर 2021 में Polygon के मैटिक टोकन का मार्केट कैपिटलाइजेशन 20.5 बिलियन डॉलर से अधिक था, जब ये पीक पर था. उसके बाद ये नीचे आया, लेकिन अभी भी मैटिक का मार्केट कैपिटलाइजेशन 7 बिलियन डॉलर से अधिक है.

यदि SEC, क्रिप्टो एक्सचेंजों के खिलाफ मुकदमा जीत जाता है और पॉलीगॉन को अमेरिका में सिक्योरिटी के रूप में क्लासीफाइड किया जाता है ​तो इसका कंपनी और क्रिप्टो इकोसिस्टम, दोनों पर प्रभाव पड़ सकता है.

Polygon ने SEC के आरोपों और उनके संभावित प्रभाव पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

बाजार खोने का जोखिम

क्रिप्टो एसेट्स के लिए पहली चिंता लिक्विडिटी को कम कर रही है. पूर्व में इथेरियम और पॉलीगॉन के साथ काम करने वाले एक कर्मचारी ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि अमेरिकी वयस्कों के पास क्रिप्टो एसेट्स के लिए बहुत ज्यादा एक्सपोजर है और ऐसे में इस बाजार को खोना दर्दनाक होगा.

प्यू रिसर्च सेंटर के एक अप्रैल के सर्वेक्षण के अनुसार, सभी अमेरिकी वयस्कों में से लगभग 17% ने एक या अधिक क्रिप्टो एसेट्स में इन्वेस्टमेंट या ट्रेड किया है या फिर इसका इस्तेमाल किया है.

पूर्व कर्मचारी ने कहा, 'अमेरिका के अलावा अगर अन्य देश भी SEC के रेगुलेटरी नियमों का पालन करते हैं तो क्रिप्टो एक्सचेंज और पॉलीगॉन के लिए समस्याएं और भी गहरी हो सकती हैं.

SEC ने अनरजिस्टर्ड सिक्योरिटीज के रूप में जिन टोकनों की पहचान की है, उनमें Polygon के मैटिक टोकन के अलावा, SOL (सोलाना ब्लॉकचेन), Flow (फ्लो ब्लॉकचेन), ADA (कार्डानो ब्लॉकचेन), FIL (फाइलकॉइन नेटवर्क) और अन्य टोकन शामिल हैं.

"कॉइनबेस ने कभी भी SEC के साथ एक ब्रोकर, नेशनल सिक्योरिटी एक्सचेंज या क्लियरिंग एजेंसी के रूप में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, इस प्रकार ये डिस्क्लोजर से बच रहा है, जिसे कांग्रेस ने स्थापित किया है."
US-SEC vs Coinbase, Inc. and Coinbase Global, Inc.
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"बाइनेंस कई नॉन-रजिस्टर्ड ऑफर, क्रिप्टो एसेट सिक्योरिटीज और अन्य इन्वेस्टमेंट स्कीम्स की बिक्री में लगे हुए हैं."
US-SEC vs Changpeng Zhao, Binance Holdings Limited, BAM Trading Services, BAM Management US Holdings

जानकारों का क्या कहना है?

इंडिया ब्लॉकचैन फोरम के को-फाउंडर शरत चंद्रा ने कहा, 'अमेरिका में हो रही रेगुलेटरी एक्टिविटी का इस क्षेत्र पर ग्लोबली प्रभाव पड़ना तय है.'

भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज के एक कार्यकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, 'वित्तीय बाजारों में जिस तरह अमेरिका का वर्चस्व है, उसे देखते हुए इस कार्रवाई का असर बेशक दूसरे देशों में भी पड़ेगा. कार्रवाई का असर अभी भले ही एक देश (अमेरिका) तक सीमित हो, लेकिन इस क्षेत्र में बड़े खिलाड़ियों पर पड़ा दबाव पूरे बाजार के लिए लिक्विडिटी को कम करेगा.'

एक अन्य क्रिप्टो एक्सचेंज के फाउंडर ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, US-SEC के मुकदमे से पहले ही 2-3 हफ्तों में बाइनेंस की लिक्विडिटी तेजी से कम हो गई थी. तीसरे क्रिप्टो एक्सचेंज के फाउंडर ने कहा कि SEC की कार्रवाइयों में बहुत देर हो चुकी है और उनके एजेंडे को समझना मुश्किल है.

SEC के आरोपों का विरोध करेगा कॉइनबेस

SEC के मुकदमे के मूल में हालांकि एक तर्क ये है कि क्रिप्टो एसेट्स ऐसे वित्तीय साधन नहीं हैं, जो इक्विटी शेयरों की तरह आपको बेहतर रिटर्न या फायदे की उम्मीद में दूसरों के काम में इन्वेस्टमेंट करने में मदद करते हैं.

बाइनेंस के खिलाफ मुकदमा कई सारे उल्लंघनों के ​आरोपों को लेकर किया गया है, जिनमें ग्राहकों के फंड्स की हेराफेरी और रेगुलेटरी नियमों की अनदेखी करना शामिल है, वहीं कॉइनबेस के खिलाफ मुकदमा, सिक्योरिटी और टोकन डिबेट पर ज्यादा केंद्रित है.

कॉइनबेस ने SEC के आरोपों का विरोध करने का फैसला किया है. फर्म के CEO ब्रायन आर्मस्ट्रांग ने ट्वीट कर लिखा,

'एक स्पष्ट रूल बुक प्रकाशित करने के बजाय, SEC ने इनफोर्समेंट अप्रोच के साथ एक्शन लिया है, जो अमेरिका को नुकसान पहुंचा रहा है. इसलिए अगर हमें स्पष्टता के लिए कोर्ट जाने की जरूरत है, तो यही ठीक.'

ये पूरा मामला, क्रिप्टो इकोसिस्टम में शामिल सभी लोगों के लिए इसलिए भी केंद्र में रहेगा, क्योंकि मुकदमों का फैसला ये तय करेगा कि क्रिप्टो अपने आप में एसेट्स क्लास है या नहीं.

Also Read: Binance के बाद अब क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस पर सख्त हुआ SEC, नियम तोड़ने के आरोप

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