भारत में क्रेडिट कार्ड का सबसे ज्यादा बकाया (Credit Card Outstanding) आउटस्टैंडिंग मुंबई सबअर्बन, कोल्हापुर और चेन्नई में है. ये जानकारी अकारा रिसर्च & टेक्नोलॉजीज की क्रेडिट कार्ड आउटस्टेंडिंग से जुड़ी एक स्टडी में निकलकर सामने आई हैं.
अकारा ने अपनी जियो क्रेड सर्विस का इस्तेमाल कर सभी जिलों का एक एनालिसिस किया. इसमें बीते तीन साल में 2019-20 से 2022-23 तक इन जिलों के क्रेडिट कार्ड्स आउटस्टैंडिंग और उनके बढ़ने की CAGR रेट का एनालिसिस किया गया है.
स्टडी के मुताबिक क्रेडिट कार्ड आउटस्टैंडिंग शहरी क्षेत्रों वाले जिलों में ज्यादा है. स्टडी के मुताबिक टॉप 8 जिलों में ही शेड्यूल कमर्शियल बैंकों का करीब 50% क्रेडिट कार्ड लोन बकाया है. मार्च, 2023 तक इन बैंकों का करीब 1,98,862.5 करोड़ रुपये क्रेडिट कार्ड आउटस्टैंडिंग में है.
ये हैं टॉप डिस्ट्रिक्ट्स
इस लिस्ट में सबसे ऊपर मुंबई सबअर्बन डिस्ट्रिक्ट है, जहां करीब 36,347.8 करोड़ रुपये के क्रेडिट कार्ड आउटस्टैंडिंग लोन हैं. ये कुल अमाउंट का 18% है, साथ ही इनकी ग्रोथ रेट भी 18% CAGR है.
आश्चर्यजनक तौर पर दूसरे नंबर पर कोल्हापुर जिला है. जहां इन तीन सालों में बकाया कर्ज फिलहाल 16,257 करोड़ रुपये है. कोल्हापुर का शेयर 8.1% है. कोल्हापुर में फिलहाल क्रेडिट कार्ड के बकाये के बढ़ने की दर 14.3% है.
तीसरे नंबर पर चेन्नई है, जहां क्रेडिट कार्ड्स का बकाया 12,999 करोड़ रुपये (6.5%) है. पांचवे नंबर पर बेंगलुरु अर्बन (11,980 करोड़ रुपये या 6% शेयर) है. इसके बाद ठाणे (6,048 करोड़ रुपये), जयपुर (3,432 करोड़ रुपये) हैं.
ठाणे में कार्ड आउटस्टैंडिंग ग्रोथ रेट 50% CAGR, जबकि जयपुर में 36% CAGR है. ये इन शहरों की बदलती लाइफस्टाइल भी दिखाती है.
बढ़ते पर्सनल लोन पर चिंता जता चुका है RBI
बता दें ये स्टडी तब आई है जब RBI पर्सनल लोन की बढ़ती मात्रा पर चिंता जता चुका है. सितंबर 2023 तक पर्सनल लोन का SB लोन पोर्टफोलियो में 33.2% हिस्सा है. ये सितंबर 2023 में खत्म हुए क्वार्टर में 31% की दर से बढ़ता सबसे तेज लोन सेगमेंट भी है.