वरिष्ठ पत्रकार शांतनु गुहा रे का निधन; खोजी पत्रकारिता में हासिल थी महारत, वाइल्डलाइफ से लेकर राजनीतिक विषयों पर किया लेखन

करीब ढाई दशक के लंबे कैरियर में उन्होंने खोजी पत्रकारिता, बिजनेस और मानव हित से जुड़े मुद्दों पर रिपोर्टिंग कर पत्रकारिता जगत में अपनी पहचान बनाई.

Source: Facebook/IIMCAA

वरिष्ठ पत्रकार और लेखक शांतनु गुहा रे (Shantanu Guha Ray) का आज सुबह यानी 25 मार्च 2024 को निधन हो गया. करीब ढाई दशक के लंबे कैरियर में उन्होंने खोजी पत्रकारिता, बिजनेस और मानव हित से जुड़े मुद्दों पर रिपोर्टिंग कर अपनी पहचान बनाई. रे NDTV ग्रुप के साथ कंट्रीब्यूटिंग एडीटर के तौर पर जुड़े हुए थे और विभिन्न विषयों पर लिखते थे.

उनके बेटे ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया, 'मेरे पिता शांतनु गुहा रे का सुबह 5:45 बजे निधन हो गया. वे एक बेहतरीन पिता, पति और सभी के अच्छे मित्र थे. आप उनसे किसी भी विषय पर बात कर सकते थे. ये अहसास बेहद कठिन है कि उनकी शानदार आवाज आगे हम नहीं सुन पाएंगे.'

NDTV के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया (Sanjay Pugalia) ने रे के निधन पर अपनी संवेदना प्रकट की. उन्होंने लिखा, 'रे एक जिज्ञासु, तार्किक और बड़े दिल वाले इंसान थे. उन्होंने राजनीति से लेकर वन्यजीवन तक अनेक विषयों पर विस्तार से लिखा.'

रे ने NDTV Profit के लिए अपना आखिरी आर्टिकल 19 मार्च को लिखा था. इस लिंक पर क्लिक कर आप इसे पढ़ सकते हैं.

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रे ने व्हार्टन स्कूल से कम्युनिकेशन और मीडिया स्टडीज में पढ़ाई की थी. इसके अलावा वे भारत के प्रतिष्ठित भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC), दिल्ली में भी पढ़ाई कर चुके थे.

फिलहाल, शांतनु गुहा रे सेंट्रल यूरोपियन न्यूज (Central European News) में एशिया ए़डिटर के रूप में कार्यरत थे.

शांतनु गुहा रे को 2011 में कोयला घोटाले और 2012 में दिल्ली हवाई अड्डे के घोटाले से जुड़े कई अहम खुलासों का श्रेय जाता है.

2015 में उन्हें रामनाथ गोयनका पुरस्कार मिला. साथ ही भारत में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों पर पत्रकारिता के लिए लाडली पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

हाल ही में भारतीय जन संचार संस्थान में एल्युमिनाई एसोसिएशन (IIMCAA) के कार्यक्रम में उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी नवाजा गया था.

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