कैसे लगेगी साइबर फ्रॉड पर लगाम? RBI ने DoT को सुझाया तरीका

RBI ने DoT से कहा है कि KYC नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए और नंबरों का डेटाबेस तैयार करना चाहिए.

RBI headquarters in Mumbai. (Photo: BQ Prime)

देश में बढ़ते साइबर फ्रॉड को देखते हुए RBI ने टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट (DoT) से सिम कार्ड बदलने के लिए KYC के नियमों को कड़ा करने और बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को रोकने के लिए फोन नंबरों का हॉट लिस्ट डेटाबेस तैयार करने को कहा है.

इस मुद्दे की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि साइबर धोखाधड़ी के आंकड़ों पर RBI के आंकलन के मुताबिक, इनमें से एक बड़ा हिस्सा धोखे से बदले हुए सिम जारी करने के मामलों में पाया गया. जबकि अन्य मामलों में, धोखाधड़ी के लिए एक नंबर का इस्तेमाल किया गया था, तब भी कोई डेटाबेस उपलब्ध नहीं था, जिसका इस्तेमाल इन नंबरों को ब्लॉक करने के लिए किया जा सके.

उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह के नंबरों को और ज्यादा धोखाधड़ी करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

RBI ने DoT से कहा है कि सिम बदलने की मांग करते समय KYC की आवश्यकता बहुत अधिक होनी चाहिए. RBI कहा कि यह धोखाधड़ी करने वालों को इस सिम का उपयोग करने से वन-टाइम पासवर्ड तक पहुंचने और उस नंबर से जुड़े बैंक खातों से फ्रॉड करने से रोकेगा.

हालांकि, RBI अलग से यह भी सुझाव दे रहा है कि DoT एक सेंट्रलाइज्ड वेबसाइट बनाए, जिसमें हॉटलिस्टेड नंबरों का विवरण होगा, जिनका उपयोग धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए किया गया है.

इस तरह के डेटाबेस को सलाह देने और धोखाधड़ी को रोकने के लिए वित्तीय संस्थानों से लिंक किया जा सकता है.

RBI ने मीडिया में एक डिजिटल साक्षरता अभियान 'RBI कहता है' शुरू किया है, जिसका उद्देश्य धोखाधड़ी करने वालों के तरीकों के बारे में ग्राहकों को शिक्षित करना है, साथ ही इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए सही सुझाव देना है.

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