उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में गर्मी बढ़ती जा रही है और इसी के साथ बिजली की डिमांड भी बढ़ रही है. पंखे, कूलर, फ्रीज, एयर कंडीशनर (AC) जैसे होम अप्लायंसेस के बढ़ते लोड के चलते हर साल बिजली की किल्लत भी होती है.
ऐसे में बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने गैस आधारित पावर प्लांट्स को चालू करने का फैसला लिया है. कोल बेस्ड पावर प्लांट्स से इतर गैस बेस्ड पावर प्लांट्स के जरिये बिजली उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने दिशानिर्देश जारी किए हैं.
किसी भी प्लांट का संचालन और रखरखाव सरकार के निर्देशों के अनुसार होगा. गैस बेस्ड पावर प्लांट्स के लिए ये आदेश 1 मई, 2024 से 30 जून, 2024 तक बिजली उत्पादन और आपूर्ति के लिए मान्य होगा.
डिमांड और सप्लाई में तालमेल
ग्रिड-इंडिया, गैस आधारित उत्पादन स्टेशनों को बिजली की जरूरत के बारे में बताएगा. उन्हें बताया जाएगा कि गैस आधारित बिजली की कितने दिनों की आवश्यकता है.
डिस्ट्रिब्यूशन लाइसेंसधारकों के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) रखने वाले गैस-बेस्ड स्टेशनों को पहले PPA होल्डर्स को अपनी बिजली की पेशकश करनी होगी. यदि PPA होल्डर्स बिजली का उपयोग नहीं करते हैं तो इसे पावर मार्केट में पेश किया जाएगा.
वहीं, गैस बेस्ड उत्पादन स्टेशन जो PPA से नहीं जुड़े हैं, उन्हें अपना उत्पादन पावर मार्केट में पेश करना होगा. इस व्यवस्था को चलाने और सुविधाजनक बनाने के लिए सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी के चेयरपर्सन की अध्यक्षता में एक हाई लेवल कमिटी बनाई गई है.
गर्मी में पावर डिमांड पूरा करने के लिए अन्य उपाय
पावर प्लांट्स का रखरखाव माॅनसून सीजन में शिफ्ट किया जाएगा.
नई क्षमता के विस्तार में तेजी लाई जाएगी.
थर्मल पावर प्लांटों की आंशिक कटौती कम की जा रही है.
अतिरिक्त बिजली को एनर्जी एक्सचेंज में बिक्री के लिए पेश किया जाएगा.
इंपोर्टेड कोल-बेस्ड पावर प्लांट्स की पूरी कैपिसिटी का इस्तेमाल.
पनबिजली उत्पादन (Hydro-Power Generation) को पीक आवर्स में शिफ्ट करना.
कोयले की कमी न हो, इसलिए सभी स्टेकहोल्डर्स की ओर से एडवांस प्लानिंग.
यहां देखें गैस बेस्ड पावर प्लांट्स की लिस्ट
IMD के एलर्ट के बाद मंत्रालय तैयार
देश में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस साल गर्मी में देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की भविष्यवाणी की है. इसको लेकर पावर मिनिस्ट्री कई उपाय कर रहा है, ताकि समर सीजन के दौरान बिजली की कमी न हो.