वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के CEO अक्षय मूंदड़ा ने सोमवार को फॉलो अन पब्लिक ऑफर (FPO) की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कंपनी 6-9 महीने में 5G सेवाएं शुरू करेगी. कंपनी के मुताबिक कंपनी का 40% रेवेन्यू 5G से आने की उम्मीद है.
FPO की प्राइसिंग में सरकार की भूमिका नहीं: वोडाफोन आइडिया
कंपनी ने जानकारी दी कि वो FPO के बाद बैंकों के साथ कर्ज जुटाने लेकर संपर्क में हैं. FPO की प्राइसिंग में सरकार की कोई सीधी भूमिका नहीं है. कंपनी ने कहा कि वो कर्ज की किस्तों को टालने के लिए सरकार से कोई बातचीत नहीं चल रही है. यही नहीं FPO के बाद सरकारी हिस्सेदारी पहले जैसी ही बने रहने की संभावना है. अगर सरकार अपने कुछ बकाये को इक्विटी में तब्दील करने की योजना बनाती है.
कंपनी ने कहा कि टैरिफ कितना बढ़ेगा, इसे लेकर अभी कोई गाइडेंस नहीं दे सकते हैं. पिछली बार टैरिफ में जो बढ़ोतरियां की गईं वो वाजिब थीं. फंड्स का इस्तेमाल प्रोमोटर/प्रोमोटर ग्रुप कंपनियों में नहीं होगा.
कंपनी का RPU पिछले दो साल में 13% बढ़ा
वोडाफोन आइडिया का निवेश 17 जगहों पर फोकस रहेगा. कंपनी ने जानकारी दी कि उसका RPU पिछले दो साल में 13% बढ़ा है. कंपनी के मुताबिक अगले 10 से 15 महीने में 5G से 30-40% रेवेन्यू आएगा. कंपनी ने अभी तक 5G लॉन्च नहीं किया है लेकिन उसका कहना है कि उनके पास 5G का नेटवर्क तैयार है.
वोडाफोन आइडिया के मुताबिक 5G टेस्टिंग की जा चुकी है और अब उसे उपलब्ध कराना है. कंपनी ने कहा कि हमारा कोर नेटवर्क 5G की शुरुआत करने की क्षमता रखता है. 42% सब्सक्राइबर्स 2G नेटवर्क वाले हैं. इसलिए 4G कवरेज अन्य कंपनियों के मुकाबले कम है.
कर्ज को 17,000 करोड़ रुपये कम किया: वोडाफोन आइडिया
कंपनी ने आगे कहा कि हमने 2 वर्षों में कर्ज को 17,000 करोड़ रुपये कम किया है. बैंकों का कर्ज फरवरी के अंत तक 4500 करोड़ रुपये से भी कम भारत में ARPUs दुनिया में सबसे कम, इसे बढ़ना चाहिए. सब्सक्राइबर्स के अपग्रेड होने, टैरिफ में बदलाव से ARPU बढ़ेगा.
वोडाफोन आइडिया के मुताबिक 4G में कवरेज बढ़ाने पर निवेश किया जाएगा. 4G को 900 MGW पर शुरू किया जाएगा.