विज्ञापन की पिच पर खूब चल रहा किंग कोहली का बल्ला

पिछले कुछ समय से कोहली के प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव साफ दिख रहा है, लेकिन उन पर कंपनियों का भरोसा लगातार बरकरार है.

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क्रिकेट की पिच पर विराट कोहली का बल्ला चाहे जैसा भी चले, लेकिन विज्ञापन के बाजार में आज भी उनका सिक्का खूब चल रहा है. पिछले कुछ समय से कोहली के प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव साफ दिख रहा है, लेकिन उन पर कंपनियों का भरोसा लगातार बरकरार है. नतीजतन, वे आज भी ब्रैंड एंडोर्समेंट मार्केट पर राज कर रहे हैं. इन चीजों के पीछे कौन-कौन से फैक्टर काम करते हैं, ये समझना जरूरी है.

कई ब्रैंड्स के चहेते

विराट कोहली करीब 30 ब्रैंड्स से जुड़े हुए हैं. इनमें प्यूमा स्पोर्ट्सवियर, हीरो टू-व्हीलर्स, MRF टायर, ऑडी कार, फैशन प्लेटफॉर्म Myntra, अमेरिकन टूरिस्टर लगेज, वीवो स्मार्टफोन, हाइपराइस वेलनेस जैसे लेबल शामिल हैं.

हाल ही में स्टेशनरी बनाने वाली कंपनी लक्सर ने विराट कोहली को अपना नया ब्रैंड एम्बेसडर बनाया है. जाहिर है, कंपनियां आज भी मान रही हैं कि कोहली की लोकप्रियता बरकरार है. वे स्पोर्ट्स से लेकर ऑटो तक, फैशन से लेकर टेक्नोलॉजी तक, हर सेक्टर के ब्रैंड के चहेते बने हुए हैं. रिपोर्ट बताती है कि कोहली की ब्रैंड-वैल्यू न केवल उनके साथी खिलाड़ियों से ज्यादा है, बल्कि कई नामी फिल्मी हस्तियों से भी अधिक है.

लंबे समय बाद टेस्ट में लगाई सेंचुरी

विराट कोहली ने इसी महीने अपने टेस्ट करियर का 28वां शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जड़ा. टेस्ट सेंचुरी का सूखा खत्म करने के लिए उन्हें सवा तीन साल का इंतजार करना पड़ा. वहीं, रवींद्र जडेजा और आर अश्विन के अच्छे प्रदर्शन में निरंतरता झलकती है. जडेजा ने टेस्ट में 35.91 के औसत से 2658 रन बनाए हैं. इसमें तीन शतक भी शामिल हैं, जो अक्टूबर, 2018 से अब तक जड़े गए हैं.

ये रोहित शर्मा के बाद भारत के लिए दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वहीं अश्विन सिर्फ एक और सेंचुरी लगाकर एम एस धोनी के टेस्ट में शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे. लेकिन ये सब महज आंकड़े हैं. लंबे समय तक फॉर्म से बाहर रहने के बावजूद कोहली की ब्रैंड वैल्यू बनी रही. कंपनियों के लिए तो कप्तानी का टैग भी ज्यादा मायने नहीं रखता.

कोहली में क्या है खास?

सवाल है कि आखिर विराट कोहली में ऐसी क्या खासियतें हैं, जो उन्हें बाकियों से अलग करती हैं? इनमें सबसे पहली चीज है- कोहली का अब तक का विराट प्रदर्शन, क्योंकि 'कुछ किए बिना ही जय-जयकार नहीं होती.'  अपनी कप्तानी में अंडर 19 वर्ल्ड कप जिताने से लेकर उनके अब तक के सफर को एक मिसाल माना जा सकता है. उन्होंने बड़ी तादाद में लोगों, खासकर युवा वर्ग के दिलोदिमाग में अपनी जगह बनाई है. उनकी कई मैच जिताऊ पारियां लोगों के दिमाग पर गहरी छाप छोड़ चुकी हैं. यही वजह है कि हालिया प्रदर्शन में भले ही कुछ दूसरे क्रिकेटर बाजी मार रहे हों, लेकिन मार्केट कोहली को भुनाने में लगा हुआ है.

बेहतरीन खिलाड़ी होने के साथ-साथ एक शानदार व्यक्तित्व का धनी होना बड़ी बात है. ऑन-फील्ड के अलावा ऑफ-फील्ड इमेज के मामले में भी वे दूसरों पर बीस ठहरते हैं. दरअसल, कोहली का जलवा क्रिकेट-ग्राउंड और स्टेडियम तक ही सीमित नहीं है. आज का युवा वर्ग उनके व्यक्तित्व से पूरी तरह सम्मोहित है. कोहली की इमेज को ग्लैमरस बनाने में अनुष्का शर्मा फैक्टर का भी बड़ा रोल है. और कंपनियों को तो ऐसे ही सुखद संयोग की तलाश रहती है!

सोशल मीडिया पर कोहली के फॉलोअर्स की तादाद बहुत-कुछ कह जाती है. इंस्टाग्राम पर उनके 241 मिलियन और ट्विटर पर 54 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर हैं. डिजिटल दौर में यह बड़ी उपलब्धि जैसी है. ऐसे में कंपनियां अगर कोहली पर दांव लगा रही हैं, तो इसमें अचरज की कोई बात नहीं है.

कंपनियों को आंकड़ों से क्या मतलब?

कंपनियों को ऐसे चेहरे की तलाश होती है, जिसके सहारे वे अपने प्रोडक्ट धड़ाधड़ बेच सकें और लंबे समय तक भारी मुनाफा बटोर सकें. ऐसी कंपनियां भला आंकड़ों के चक्कर में क्यों पड़ेंगी? यह बात किसी भी फील्ड में, किसी भी खेल में लागू होती है. राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच ने भले ही रोजर फेडरर की तुलना में ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीते हैं, लेकिन विज्ञापनों से कमाई के मामले में फेडरर उनसे बहुत आगे हैं. ऐसे कई एथलीट हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया में अपने देश का नाम रौशन किया. ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों में कई पदक जीते. लेकिन उनमें शायद वो बात नहीं, जिनकी तलाश कंपनियों को होती है. यही बाजार की हकीकत है.

कोहली की ब्रैंड वैल्यू क्या?

अब बात विराट कोहली के ब्रैंड वैल्यू की. डफ एंड फेल्प्स (Duff & Phelps') की सेलिब्रिटी ब्रैंड वैल्यूएशन स्टडी में साल 2021 में कोहली की ब्रैंड वैल्यू 185.7 मिलियन डॉलर होने का अनुमान लगाया गया. इस लिस्ट में वे भारत में नंबर 1 पर हैं. उनके बाद एक्टर रणवीर सिंह, अक्षय कुमार और आलिया भट्ट का नंबर आता है. एम एस धोनी पांचवें स्थान पर हैं. कहा जाता है कि कोहली ब्रैंड एंडोर्समेंट के लिए एक दिन के 7.5 करोड़ से लेकर 10 करोड़ रुपये तक चार्ज करते हैं. स्पोर्ट्स मार्केटिंग के जानकार मानते हैं कि कोहली विज्ञापन बटोरने के मामले में कम से कम अगले चार-पांच साल तक दूसरों से आगे ही रहने वाले हैं.

खैर, क्रिकेट भले ही अनिश्चितताओं का खेल हो, लेकिन यहां एक चीज एकदम निश्चित है. क्रिकेट प्रेमी जब तक इस खेल को धर्म जैसा बनने देते रहेंगे, इसके कुछ सितारे भगवान की तरह पूजे जाते रहेंगे. बाजार को भी 'बेड़ा पार लगाने वाले भगवान' से बड़ी उम्मीद होती है.

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