म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए मार्च का महीना फीका रहा है. AMFI यानी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक म्यूचुअल फंड इंडस्टी से मार्च में 1,59,387.14 करोड़ (1.59 लाख करोड़ रुपये) का आउटफ्लो रहा है, यानी निवेश को निकाला गया है.
मार्च में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री से निवेश निकला
मार्च में इतने बड़े पैमाने पर आउटफ्लो की वजह इक्विटी और डेट दोनों ही स्कीम्स से पैसे का बाहर जाना है, खासतौर पर डेट स्कीम्स से मार्च में काफी निवेश निकाला गया है.
मार्च में म्यूचुअल फंड में निवेश
स्मॉलकैप फंड्स में 94.17 करोड़ रुपये (MoM) का निवेश गया, पिछले महीने 2,922 करोड़ का निवेश आया था.
मिडकैप में मार्च में 1,017.69 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा, फरवरी में 1808 करोड़ रुपये का निवेश आया था.
मल्टीकैप फंड्स में 1,827.45 करोड़ रुपये के निवेश आया, फरवरी में ये निवेश 2,414.04 करोड़ रुपये रहा था.
लार्ज कैप में निवेश बढ़ा है, फरवरी के 921 करोड़ रुपये के मुकाबले मार्च में इनफ्लो 2127 करोड़ रुपये रहा
स्मॉलकैप स्कीम पर मार्केट रेगुलेटर SEBI की सख्ती के बाद स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स में निवेश सितंबर 2021 के बाद पहली बार निगेटिव हुआ है. स्मॉलकैप फंड्स में 94.17 करोड़ रुपये (MoM) का निवेश गया, पिछले महीने 2,922 करोड़ का निवेश आया था. इसी तरह मिडकैप में मार्च में 1,017.69 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा है. जबकि फरवरी में 1808 करोड़ रुपये का निवेश आया था.
मल्टीकैप फंड्स में 1,827.45 करोड़ रुपये के निवेश आया, फरवरी में ये निवेश 2,414.04 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि लार्ज कैप में निवेश बढ़ा है, फरवरी के 921 करोड़ रुपये के मुकाबले मार्च में इनफ्लो 2127 करोड़ रुपये रहा है.
AMFI की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक - इक्विटी और इक्विटी लिंक्ड स्कीम्स में कुल निवेश पिछले महीने 15.75% गिरा है और ये 22,633.15 करोड़ रुपये रहा है. जबकि फरवरी में ये 26,865 करोड़ रुपये था.
डेट फंड्स से निवेश निकला
लिक्विड फंड्स, जिसका इस्तेमाल कॉरपोरेट्स अपने शॉर्ट टर्म कैश को रखने के लिए इस्तेमाल करते हैं, इसमें भी 1.57 लाख करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखा गया, जबकि फरवरी में इसमें 83,642.33 करोड़ रुपये का इन फ्लो था.
डेट-ओरिएंटेड फंड्स में मार्च में 1.98 लाख करोड़ रुपये का आउटफ्लो रहा है, जबकि इसके पिछले महीने 63,808.82 करोड़ रुपये का निवेश आया था.