5G की रेस में एयरटेल से आगे निकला Jio, जमकर बनाए नए ग्राहक

Reliance Jio अब भारत के 38.5% एक्टिव यूजर्स को कंट्रोल करता है, वहीं एयरटेल और वोडाफोन के यूजर्स 35.5% और 20% हैं.

भारत में 5G रोलआउट होने के बाद Reliance Jio Infocomm Limited ने जनवरी में सबसे अधिक एक्टिव यूजर्स को जोड़ा है. टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस ने साल के पहले महीने में कुल 35 लाख एक्टिव यूजर्स जोड़े हैं.

इसकी तुलना में भारती एयरटेल लिमिटेड ने 13 लाख यूजर्स जोड़े हैं. जबकि, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के 5 लाख यूजर्स घटे हैं.

Reliance Jio अब भारत के 38.5% एक्टिव यूजर्स को कंट्रोल करता है, वहीं एयरटेल और वोडाफोन के यूजर्स 35.5% और 20% हैं. Reliance Jio 102.481 करोड़ एक्टिव यूजर्स हो गए हैं.

एयरटेल ने 4G के मामले में सबको पीछे छोड़ा

एयरटेल ने प्रतिद्वंद्वियों को 4G के मामले में पीछे छोड़ दिया. TRAI के आंकड़ों का हवाला देते हुए मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एयरटेल ने जनवरी में 28 लाख वायरलेस ब्रॉडबैंड डेटा ग्राहक जोड़े हैं. वहीं, पिछले महीने ये डाटा 23.74 करोड़ था. जबकि Jio ने जनवरी में 17 लाख 4G यूजर्स जोड़े और Vi ने 11 लाख यूजर्स जोड़े हैं.

आपको बता दें, लगभग 80.6 करोड़ भारतीयों की अब फोन पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट तक पहुंच है. जेफरीज ने ब्रोकरेज रिपोर्ट में कहा कि एक्टिव सब्सक्राइबर्स के मामले में दो क्वार्टर के खराब प्रदर्शन के बाद Reliance Jio का प्रदर्शन सकारात्मक कदम है.

नेट जीरो इम्पैक्ट

वोडाफोन आइडिया और भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के कस्टमर में कमी आई है. वहीं Reliance Jio और Bharti Airtel को फायदा ऐसे समय में हुआ है जब टेलीकॉम उद्योग स्थिर हो गया है.

TRAI के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2023 में भारत में वायरलेस कस्टमर की कुल संख्या 0.01% महीने-दर-महीने बढ़कर 114.30 करोड़ हो गई. ये अब भी नवंबर 2021 के आंकड़ों से 2.5 करोड़ कम है. जबकि उसी दौरान टेलीकॉम ऑपरेटर्स टैरिफ बढ़ोतरी प्रभावित थे. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मंथली ग्रोथ रेट 0.02% और 0.00% थी.

हालांकि, फिर भी बाजार में चहल-पहल दिखाई दे रही है. जनवरी में मोबाइल नंबर ट्रांसफर करने की रिक्वेस्ट की संख्या 1.24 करोड़ के उच्च स्तर पर बनी हुई है, इससे ये पता चलता है कि सब्सक्राइबर पाने के लिए होड़ मची हुई है.

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पैन इंडिया 5G लॉन्च होने के बाद Airtel और Jio के मार्केट-शेयर वोडाफोन आइडिया के खराब प्रदर्शन के कारण खासकर प्रीमियम ग्राहकों के बीच अच्छा करेंगे. वहीं, वोडाफोन आइडिया नकदी की कमी से जूझ रहा है.

कोटक इक्विटीज ने बताया कि कुल मिलाकर, हम उम्मीद करते हैं कि एयरटेल के न्यूनतम रिचार्ज प्लान में तेजी से बढ़ोतरी के कारण अगले कुछ महीनों तक सब्सक्राइबर ट्रेंड शांत रहेगा. वहीं, आगे टैरिफ के रेट में बढ़ोतरी की देरी से टेलीकॉम सेक्टर एकाधिकार की ओर बढ़ सकता है.

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