जुगनू की तरह चमकती हुईं जिन महिलाओं ने ब्रह्मांड में भारत का नाम अमिट बना दिया है उनमें दो दीपिकाएं उल्लेखनीय हैं- दीपिका पादुकोण और दीपिका कुमारी. एक फिल्म जगत से तो दूसरी खेल की दुनिया से. खेल से ही मुक्केबाज मैरीकॉम को कौन भुला सकता है. कारोबारी जगत से फाल्गुनी नायर तो आर्थिक क्षेत्र में स्वनामधन्य गीता गोपीनाथ ऐसी ही जुगनुओं में हैं जो विश्व आकाश में सदा जगमगाती रहेंगी.
ऑस्कर 2023 को होस्ट करेंगी दीपिका पादुकोण. हर भारतीय के लिए है न फख्र की बात. विश्व महिला दिवस पर यह महिलाओं का मान है. वैश्विक स्तर पर महिलाओं का सम्मान है. ट्विटर, इन्स्टाग्राम, यूट्यूब, न्यूजपेपर्स, मैगजीन...हर जगह दीपिका की शान में कसीदे पढ़े जा रहे हैं.
2022 में दीपिका को टाइम 100 इम्पैक्ट अवार्ड के लिए दूसरी बार चुना गया. 2018 में भी वह यह सम्मान पा चुकी थीं. उन्हें 100 मोस्ट इन्फ्लूएंशियल पीपुल यानी सबसे प्रभावशाली 100 महिलाओँ में शुमार किया गया था. यह सम्मान हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला थीं दीपिका. इतना ही नहीं टाइम मैगजीन की ओर से दो बार सम्मानित होने वाली भी पहली भारतीय महिला हैं दीपिका पादुकोण.
दीपिका पादुकोण गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी जगह बना चुकी हैं. यह करिश्मा वह तीन बार दिखा चुकी है. सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस के तौर पर भी उनका नाम इस रिकॉर्ड में दर्ज है. दीपिका कान फिल्म फेस्टिवल में ज्यूरी रह चुकी हैं. सेल्फ केयर ब्रांड 82 डिग्री ई की लांचिंग में शरीक होकर भी दीपिका ने सुर्खियां बटोरी थीं. पठान फिल्म के कारण भी वह चर्चा में रहीं.
दीपिका पादुकोण अलग-अलग अवार्ड्स के लिए अब तक 120 बार नामांकित हुई हैं. इनमें से 80 बार उन्हें अवार्ड हासिल हुए हैं. इन्स्टाग्राम पर दीपिका पादुकोण के 7.24 करोड़ और ट्विटर पर 2.72 करोड़ फॉलोअर्स हैं. फॉलोअर्स के मामले में दीपिका दुनिया की चुनिंदा हस्तियों में शुमार हैं.
सिख समुदाय में कृपाण तो आदिवासी समुदाय में धनुष-बाण बहुत अहमियत रखता है. मगर, दीपिका ने धनुष बाण से पूरे देश को ऊंचाई प्रदान की है. पद्मश्री से सम्मानित दीपिका कुमारी संघर्ष के बूते कामयाबी की मिसाल हैं.
दयनीय सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से ऊपर उठकर दीपिका कुमारी ने जो मुकाम हासिल किया है वह उल्लेखनीय और प्रशंसनीय है. जब दीपिका ने 12 साल की उम्र में ट्राइबल स्पोर्ट्स ट्रेनिंग अकेडमी ज्वाइन किया था तब उसका मकसद दिन में तीनों समय का भोजन हासिल कर लेना भर था. मगर, अकेडमी में दीपिका की प्रतिभा कुछ इस तरह निखरी कि वह दुनियाभर की प्रतिभाओं के लिए आदर्श बन गयीं.
पद्मश्री दीपिका कुमारी 2012 में अर्जुन अवॉर्ड पा चुकी थीं और इसी साल दुनिया की नंबर वन तीरंदाज बन चुकी थीं. 2010 में उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स और 2013 आर्चरी वर्ल्ड कप में भी दीपिका ने गोल्ड जीता. ऐसा करने वाली वह दूसरी भारतीय महिला थीं. महादेशीय टूर्नामेंट में अनेकानेक सफलताएं हासिल करते हुए दीपिका कुमारी 2019 में ओलिम्पिक के लिए क्वालिफाई कर गयीं.
पेरिस में हुए आर्चरी वर्ल्ड कप में दीपिका ने तीन स्वर्ण पदक झटके. एक बार फिर वह दुनिया की नंबर वन तीरंताज बन गयीं. इससे पहले 2014 में दीपिका कुमारी को फिक्की स्पोट्सपर्सन ऑफ द ईयर का अवार्ड मिला. 2016 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया. 2017 में दीपिका को यंग एचीवर्स अवॉर्ड मिला.
मैरी कॉम वह महिला बॉक्सर हैं जिनके पंच ने दुनिया में भारत को गोल्डन मोमेंट का अहसास कराया. एक बार नहीं बारंबार. वर्ल्ड अमेच्योर बॉक्सिंग चैंपियनशिप का खिताब 6 बार अपने नाम कर चुकी हैं मैरी कॉम. ऐसा अद्भुत करिश्मा करने वाली वह देश की पहली महिला हैं.
आठ बार विश्व चैंपियनशिप मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला होने के साथ-साथ मैरी कॉम ने खेल के मैदान से सदन तक की दूरी भी तय कर चुकी हैं. मैरी कॉम राज्यसभा की सदस्य हैं. खेल से संसद तक पहुंच बनाने वाली वह चंद हस्तियों में शुमार हैं. मैरी कॉम की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन पर बनी फिल्म की नायिका प्रियंका चोपड़ा रही थीं.
2001 में पहली बार नेशनल वुमन्स बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीतने वाली मैरी कॉम 10 बार नैशनल चैंपियन रहीं. 2003 में अर्जुन अवार्ड और 2006 में पद्मश्री के बाद 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित हुईं.
फाल्गुनी नायर महिला उद्यमियों के लिए प्रेरणा हैं. विश्व फलक पर अरबपतियों की सूची में उन्होंने जगह बनायी है. 4.5 हजार से ज्यादा ब्यूटी और लक्जरी ब्रांड के साथ फाल्गुनी का निका (Nykaa) विश्व प्रसिद्ध वेंचर बन चुका है. 2020 में निका पहली भारतीय यूनिकॉर्न कंपनी बन गयी जिसका नेतृत्व महिला के हाथ में हो. कंपनी की नेट वर्थ नवंबर 2021 में 13 बिलियन डॉलर थी.
कोटक महिंद्रा कैपिटनल में मैनेजिंग डायरेक्टर की जिम्मेदारी संभाल चुकीं फाल्गुनी ने जब अपना कारोबार खडा किया, तो उनके सामने चुनौतियां ही चुनौतियां थीं. आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ीं फाल्गुनी 2012 में निका के ब्यूटी प्रॉडक्ट के साथ बाजार में उतरीं. उनकी कंपनीय लगातार कई साल तक 100% ग्रोथ करती रही और सफलता का अनुपम उदाहरण बन गयी.
भारत में जन्मीं गीता गोपीनाथ पहली महिला और दूसरी भारतीय हैं जिन्होंने इंटरनेशनल मोनेटरी फंड के ‘वॉल ऑफ फॉर्मर चीफ इकोनोमिस्ट’ में अपनी जगह बनायी है. गोपीनाथ अक्टूबर 2018 में IMF की चीफ इकॉनोमिस्ट बनी थीं. दिसंबर 2021 में वो IMF की पहली डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर बन गईं.
गीता गोपीनाथ ने इससे पहले वाशिंगटन स्थित ग्लोबललेंडर में पहली महिला चीफ इकॉनोमिस्ट के तौर पर भी अपनी सेवा दी है. गोपीनाथ के कई रिसर्च दुनिया के शीर्ष इकॉनोमिक जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं. हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में 2005 में ज्वाइन करने से पहले वह शिकागो यूनिवर्सिटी के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में भी पढ़ाई कर चुकी हैं.
कोलकाता में जन्मीं गीता गोपीनाथ ने दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज से BA की डिग्री हासिल की. दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से उन्होंने MA की डिग्री ली. आगे की पढ़ाई उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन में की. उन्होंने प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी से इकॉनोमिक्स में PhD की.