विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ते तापमान से सदी के अंत तक हर साल 90 लाख से अधिक लोगों की मौत हो सकती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि ग्लोबल एमिशन में कम योगदान के बावजूद, अफ्रीकी देशों, छोटे गरीब देशों को जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है.
बदलते तापमान और बारिश के पैटर्न से तमाम बीमारियों का खतरा है. ऐसी बीमारियों से हर साल 7 लाख से ज्यादा लोगों की जान जाती है.
2015 में संयुक्त राष्ट्र (UN) के सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों के तहत गरीबी और असमानता को खत्म करने और सभी लोगों को बेहतर जीवन देने के लिए काम करने पर सहमति बनी है.
WHO ने कहा, स्वास्थ्य के सभी पहलू, जलवायु परिवर्तन से प्रभावित होते हैं - जिसमें स्वच्छ हवा, पानी और मिट्टी से लेकर कई चीजें शामिल हैं.