TikTok को लगातार कई देशों में राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए बैन कर दिया है. बीते दिनों अमेरिका के अलावा ब्रिटेन ने भी सरकारी डिवाइस में टिकटॉक ऐप पर प्रतिबंध लगाया है.
भारत ने गोपनीयता और सुरक्षा चिंताओं को लेकर साल 2020 में टिकटॉक और मैसेजिंग ऐप WeChat सहित दर्जनों अन्य चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था. ये प्रतिबंध भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के तुरंत बाद लगा था.
ताइवान ने टिकटॉक पर सार्वजनिक क्षेत्र में इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि FBI ने चेतावनी दी थी कि टिकटॉक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है.
कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने सरकारी एजेंसियों के पास डेटा सुरक्षा चिंताओं को लेकर सरकारी कामकाज प्रणालियों से टिकटॉक को हटाने के लिए 30 दिन दिए हैं. बैन केवल सरकारी डिवाइस पर लागू होगा.
अमेरिका के बाद कनाडा ने गोपनीयता और सुरक्षा के लिए 13 मार्च को ऐलान किया कि सरकार द्वारा जारी डिवाइस (उपकरण) में टिकटॉक का उपयोग नहीं करना चाहिए.
यूरोपीय संसद, यूरोपीय आयोग और यूरोपीय संघ परिषद, यूरोपीय संघ के तीन शीर्ष निकायों ने कर्मचारियों के डिवाइस (उपकरणों) पर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया है.
पाकिस्तान ने साल 2020 और अफगानिस्तान ने साल 2022 में टिकटॉक पर बैन लगा दिया था. पाकिस्तान ने कंटेट को लेकर आपत्ति जताई थी बाद में इसे बैन कर दिया.