ADVERTISEMENT

क्या आपकी नौकरी खा सकता है ChatGPT?

ChatGPT जैसे AI आधारित बॉट हमेशा से ही इंसान के मन में अपनी नौकरियों के प्रति हलचल पैदा करते हैं, लेकिन क्या इस बॉट में कुछ खास बात है?
NDTV Profit हिंदीमंगलम मिश्र
NDTV Profit हिंदी01:09 PM IST, 13 Dec 2022NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

सबसे पहले तो आपको बता दूं कि यह आर्टिकल किसी इंसान द्वारा लिखा गया है. हो सकता है इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके मन में कोई संदेह पैदा हो.

पिछले कुछ दिनों से एक Chatbot को लेकर सोशल मीडिया में हंगामा बरपा हुआ है. लोगों के दिलों में हलचल है कि यह Chatbot आने वाले वक्त में लोगों की नौकरियों पर खतरा बन सकता है. आइए जानते हैं, ChatGPT के बारे में और इसके कारण मन में पैदा होने वाले खतरे के बारे में.

ChatGPT क्या है?

ChatGPT सैन-फ्रांसिस्को बेस्ड सॉफ्टवेयर कंपनी OpenAI कंपनी का चैटबॉट है, जो आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस (AI) पर आधारित है. यह बॉट Large Language Modes (LLM) की मदद से इस तरह तैयार किया गया है कि ये गाने लिख सकता है, किसी भी टॉपिक पर निबंध लिख सकता है, स्क्रीनप्ले तक लिख सकता है. अगर आप अपने प्रोफेसर या टीचर से बचने के लिए किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं तो यह आपके लिए असाइनमेंट भी लिख देगा.

ब्लूमबर्ग के अनुसार, ट्रंग फान का कहना है कि लेखन से जुड़े बहुत सारे काम में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. चाहे वो लीगल कंटेंट हो, फाइनेंशियल एनालिसिस हो, कॉर्पोरेट स्ट्रैटजी हो या फिर कोडिंग. हालांकि ये भी उतना मजाकिया नहीं हुआ है कि आपको हंसा सके, ह्यूमर को लेकर इस बॉट का हाथ अभी थोड़ा तंग है, लेकिन दूसरे विषयों पर यह आपको सही जानकारी देता है.

इसके आने से बहुत से लोगों के मन में संदेह पैदा हो गया है कि क्या OpenAI या ऐसा कोई सॉफ्टवेयर आने वाले वक्त में कर्मचारियों की नौकरियों के लिए खतरा बन सकता है.

क्या हैं AI बॉट की चुनौतियां?

OpenAI जैसे सॉफ्टवेयर कई मॉडल पर प्रशिक्षित किए जाते हैं और भविष्य में संभावना है कि ये नौकरियों पर गहरी चपत लगाएं.

ब्लूमबर्ग के पार्मी ऑल्सन का कहना है कि OpenAI जैसे सॉफ्टवेयर कॉलेज में लिखे जाने वाले निबंधों को लिखने की प्रैक्टिस को खत्म कर देगा. बच्चे इन सॉफ्टवेयर की मदद से अपने ग्रेड्स बढ़ाने लगेंगे. इसके साथ ही सरकारें इनकी मदद से सोशल मीडिया पर प्रोपेगेंडा चला सकती हैं. अमेजन में किसी प्रोडक्ट पर फर्जी रिव्यू लिखने में इस्तेमाल किए जाएंगे और किसी मशीन से लिखे इस कंटेंट को छांटा भी नहीं जा सकता.

OpenAI जैसे सॉफ्टवेयर आने के बाद से अब वॉटरमार्क टाइप किसी चीज की जरूरत होगी, जो बॉट के लिखे किसी कंटेंट को अलग कर सके, लेकिन ये सारी चीजें मुफ्त में आने से रहीं.

जैसे Stock images में वॉटरमार्क लगा होता है, जिससे कंपनी अपनी तस्वीरों को सुरक्षित रखती हैं, ठीक वैसे ही OpenAI में भी तस्वीरों को फ्लैग करने के लिए एम्बेडेड सिग्नेचर के साथ कंटेंट जेनेरेटिंग टूल DALL-E है, जो हर तस्वीर के साथ होता है, लेकिन किसी टेक्स्ट पर ऐसा एम्बेडेड सिग्नेचर लगाना मुश्किल होता है.

क्रिप्टोग्राफी की मदद से ऐसा हो सकता है. ऑस्टिन बेस्ड टेक्सस यूनिवर्सिटी के एक लेक्चर में OpenAI के रिसर्च साइंटिस्ट स्कॉट ऑरोनसन इसके बारे में जिक्र करते हैं कि कंपनी इंसान और मशीन के लिखे कंटेंट को GPT-4 टूल की मदद से कैसे अलग कर सकती है.

ऑरोनसन कहते हैं कि बॉट के लिखे किसी कंटेंट को विराम चिन्हों, अक्षरों और शब्दों को टोकन की स्ट्रिंग में बदला जा सकता है. GPT सिस्टम इन टोकन को इस तरह से अरेंज करेगा जो केवल OpenAI की तैयार की गई क्रिप्टोग्राफिक कुंजी की मदद से ही डिटेक्ट किया जा सके.

जब लोगों को मुफ्त में OpenAI पर लिखने का मौका मिलेगा, तो लोग इसका गलत इस्तेमाल भी करेंगे. हो सकता है कि ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए कंपनियां OpenAI के सब्सक्रिप्शन लें. स्कूल के बच्चों के प्रोजेक्ट का प्लेजरिज्म पता करने के लिए या स्कूल और कॉलेज इस तरह के AI बॉट का सब्सक्रिप्शन लेंगे.

क्या इससे आपकी नौकरियों को खतरा है?

ईथन मॉलिक, जो पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल में इनोवेशन प्रोफेसर हैं, ChatGPT को अपने काम में इस्तेमाल करते हैं और इसके काम से बहुत प्रभावित हैं. ब्लूमबर्ग को वह बताते हैं कि यह विश्वसनीय कोर्स सिलेबस और लेक्चर नोट्स बनाने के लिए अच्छा है.

मॉलिक कहते हैं कि ChatGPT की संभावना जानने से पहले जरूरी है उसकी क्षमता को समझना. ये फैक्ट और संभावनाओं पर आधारित डेटा पर अभी पीछे है, लेकिन रिवीजन और आइडिएशन का पॉवरफुल टूल है.

ब्लूमबर्ग के कॉलमनिस्ट नोआ स्मिथ, जो कि एक स्यूडोनॉमस AI रीसर्चर भी हैं, इंसान और AI के कोलैबोरेशन पर आधारित 'सैंडविच मॉडल' के बारे में चर्चा करते हैं.

  1. इंसान AI को कुछ तैयार करने को देता है (bread)

  2. AI उस पर विकल्पों का एक मेन्यू तैयार करता है (hearty fillings)

  3. इंसान उसमें कोई विकल्प चुनता है, उनमें कुछ जोड़ता घटाता है, जो उसे पसंद आता है (bread)

तो कह सकते हैं कि AI के होने के बाद भी इंसानों की जरूरत तो हमेशा ही रहेगी.

स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के सोशल साइकोलॉजिस्ट रोड्रिक क्रैमर कहते हैं, "ChatGPT यूं ही आपका विकल्प नहीं बनेगा". उसका कारण है कि इंसान को हमेशा से इंसानों को लूप में रखने की आदत है. AI वाले कुछ बॉट HR और मेडिकल सेटिंग्स में दी गई सिफारिशों के ठोस होने के बाद भी उन पर विवाद हुआ.

हमारे सवालों के क्या जवाब दिए OpenAI ने?

मैथमैटिक्स के बारे में कुछ जानकारी

क्या आप भारतीय शेयर बाजार के बारे में कुछ जानते हैं?

ट्रांसलेशन कितना अच्छा है आपका?

ग्रामर के बारे में कितना जानता है OpenAI?

क्या मेरी नौकरी पर कोई संकट पैदा कर सकता है ChatGPT?

तो लोगों के दिए गए विचारों के आधार पर कहा जा सकता है कि आने वाले वक्त में OpenAI जैसे बॉट इंसान के लिए चिंता का कारण बन सकते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से इंसान की जगह ले लेंगे, यह कहना थोड़ा ज्यादा है.

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT