पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और नेता विपक्ष इमरान खान के बुरे दिन चल रहे हैं, कोर्ट में पेश नहीं होने पर अथॉरिटीज उन्हें गिरफ्तार करने वाली है, दूसरी तरफ उन्हें टेलीविजन पर दिखाने से बैन कर दिया गया है. पाकिस्तान इन दिनों बेहद बुरी हालत में है, देश चलाने के लिए पाकिस्तान के पैसे नहीं हैं और वो दिवालिया होने की कगार पर खड़ा है.
रविवार को पाकिस्तान की पुलिस टीम लाहौर में इमरान खाने के घर पहुंची थी, लेकिन पुलिस ने बताया कि वो वहां पर नहीं मिले. इमरान खान ने अपने घर पर समर्थकों को भाषण दिया क्योंकि उनकी पार्टी ने सदस्यों से कहा कि वो उनके आस-पास ही जुटे रहें. इमरान खान ने अपने सपोर्टर्स से कहा कि वो सिर्फ खुदा के सामने झुकते हैं और किसी के सामने नहीं, ये हमारी असली आजादी की लड़ाई है. इमरान खान ने अपने भाषण में 11 महीने पहले प्रधानमंत्री बने शहबाज शरीफ पर जमकर निशाना साधा.
इमरान खान के इस भाषण के बाद पाकिस्तान की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने इमरान खान के भाषणों के प्रसारण पर रोक लगा दी.अथॉरिटी ने कहा कि उनकी टिप्पणियां "कानून और व्यवस्था के खिलाफ थीं, जिससे शांति भंग होने का डर है. इतना ही नहीं, अथॉरिटी ने किसी भी न्यूज चैनल को इमरान खान के किसी भी रिकॉर्डेड या लाइव न्यूज कॉन्फ्रेंस या भाषणों को प्रसारित करने पर रोक लगा दी है. अथॉरिटी ने न्यूज चैनलों को साफ निर्देश दिया है कि अगर किसी ने आदेश नहीं माना तो उसके लाइसेंस सस्पेंड कर दिए जाएंगे.
इमरान खान, जिन्होंने बीते दिनों कई रैलियां की, जिसमें हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए. इमरान खान अपने समर्थकों से जल्दी चुनाव की मांग को लेकर गिरफ्तार होने के लिए कहा. शहबाज शरीफ ने अपना कार्यकाल पूरा करने की कसम खाई है, जो कि अगस्त में पूरा हो रहा है, लेकिन ऐसा काफी मुश्किल हो जाएगा अगर वो कोर्ट के आदेश लागू नहीं कर पाते हैं.
दरअसल, पाकिस्तान पुलिस ने ARY टेलीविजन को बताया कि - इमरान खान को कोर्ट के सामने सुनवाई के लिए 7 मार्च को पेश करना जरूरी है. पुलिस ने अपील की कि लोग कानूनी काम में दखल न दें.
खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी में समर्थकों ने गिरफ्तारी के हालात में अपने नेता इमरान खान का बचाव करने के लिए पिछले कुछ महीनों में लाहौर में उनके आवास को टेंट लगाकर घेर लिया है. पार्टी नेताओं ने सोशल मीडिया पर समर्थकों से खान के घर पर इकट्ठा होने के लिए कहा है.
पाकिस्तान की एक अदालत ने पिछले हफ्ते इमरान खान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, क्योंकि वो अपनी संपत्ति की घोषणा करने में नाकाम रहने की शिकायत की सुनवाई में हाजिर नहीं हुए थे. दूसरे तरफ चुनाव आयोग ने अक्टूबर में पूर्व क्रिकेट स्टार को अयोग्य घोषित कर दिया था. आयोग का कहना है कि जब वो प्रधान मंत्री थे, तब उन्होंने देश के उपहारों को बेचने से कमाए गए पैसों की जानकारी नहीं दी. इमरान खान लगातार इन आरोपों को गलत बताते रहे हैं.