Karnataka CM Swearing-In Ceremony: सिद्धारमैया (Siddaramaiah) आज दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ डी के शिवकुमार (D K Shivakumar) भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. 13 मई को कर्नाटक विधानसभा के चुनावों के नतीजे आए, जिसमें कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की, लेकिन कर्नाटक की कुर्सी पर कौन बैठेगा इस पर करीब 4 दिनों तक मंथन और मेल-मुलाकातों को दौर चला और 18 मई को सिद्धारमैया को वापस सत्ता सौंपे जाने का ऐलान हुआ.
शपथग्रहण समारोह आज दोपहर 12:30 बजे बेंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम में होगा, गवर्नर थावरचंद गहलौत पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. ये वही जगह है जहां सिद्धारमैया ने साल 2013 में भी शपथ लिया था जब वो पहली बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शपथग्रहण समारोह में समान विचारधारा वाली पार्टियों और उनके नेताओं को न्यौता भेजा है. इस शपथग्रहण समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, NCP प्रमुख शरद पवार समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे. लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शपथग्रहण कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहेंगी. हालांकि, उनकी पार्टी की तरफ से कोई प्रतिनिध शामिल होगा. कांग्रेस ममता बनर्जी की गैर-हाजिरी को 'निरुत्साहित' करने के तौर पर देख रही है. क्योंकि ये कार्यक्रम 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस का विपक्ष की एकजुटता का एक शक्तिप्रदर्शन माना जा रहा है.
शपथग्रहण समारोह में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी. NDTV के मुताबिक, कांग्रेस के सूत्रों ने बताया है कि शपथग्रहण समारोह में कई और पार्टियों के नेता भी शामिल होंगे, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हैं. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष एम मल्लिकार्जुन खड़गे ने JMM , RJD, शिवसेना, SP, PDP, CPI (M), MDMK, RLD, केरल कांग्रेस और IUML के नेताओं को भी आमंत्रित किया है.
गुरुवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सिद्धारमैया का औपचारिक रूप से नेता चुना गया था. इसके बाद पार्टी ने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया. सिद्धारमैया कुरुबा और शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं, मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके सामने सबसे पहली चुनौती होगी ऐसी कैबिनेट बनाने की जो सभी समुदायों, क्षेत्रों, गुटों और साथ ही विधायकों की पुरानी और नई पीढ़ी के प्रतिनिधियों को शामिल करके एक संतुलन बनाए.
सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार के साथ कुछ मंत्री भी शपथ लेंगे, लेकिन उनके नामों का कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. PTI के मुताबिक - सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार ने दिल्ली में पार्टी नेतृत्व के साथ राज्य में कैबिनेट गठन के तौर-तरीकों पर चर्चा की है और ये माना जा रहा है कि मंत्रियों और उनके विभागों के कुछ नामों को शॉर्टलिस्ट किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक 20-25 मंत्री भी शपथग्रहण कर सकते हैं. कुछ नामों की चर्चा है कि कर्नाटक कांग्रेस के पूर्व प्रमुख और पूर्व उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर, लिंगायत नेता एमबी पाटिल, वरिष्ठ कांग्रेसी और पूर्व मंत्री केजे जॉर्ज मंत्रीपद की शपथ ले सकते हैं. PTI ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे, पूर्व केंद्रीय मंत्री के एच मुनियप्पा की बेटी रूपा शशिधर, कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वरा खंड्रे, पूर्व मंत्री तनवीर सैत, वरिष्ठ नेता कृष्णा बायरे गौड़ा और कर्नाटक विधान परिषद में विपक्ष के नेता बी के हरिप्रसाद के नामों पर विचार किया जा रहा है.