लॉन्च से अब तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के e-Rupee पायलट प्रोजेक्ट के तहत काम कितना आगे बढ़ा, कितने रुपये सर्कुलेशन में आए. कुछ ऐसे ही सवालों के लिखित जवाब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने लोकसभा में दिए.
लोक सभा में दो सांसदों ने सवाल पूछा, e-Rupee के पायलट प्रोजेक्ट पर RBI ने अब तक रिटेल और होलसेल सेगमेंट में कितनी कीमत के e-Rupee जारी किए हैं?
इस पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, 'RBI ने 1 नवंबर 2022 को होलसेल सेगमेंट में और 1 दिसंबर 2022 को रिटेल सेगमेंट में e-Rupee को लॉन्च किया है. अभी तक सरकार ने रिटेल और होलसेल में क्रमशः 4.14 करोड़ और 126.27 करोड़ रुपये के e-Rupee जारी किए हैं.'
सवाल- अभी तक कितनी ऐसी होलसेल यूनिट्स हैं, जिन्होंने खुद को e-Rupee से जोड़ा है और अब e-Rupee के जरिए लेन-देन कर रही हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि देश में अभी तक 9 ऐसे बैंक हैं जिन्होंने डिजिटल रुपी के होलसेल पायलट प्रोजेक्ट में हिस्सा लिया है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, HDFC बैंक, ICICI बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और HSBC इन बैंकों की लिस्ट में शामिल हैं.
सवाल- क्या ये सच है कि RBI को डिजिटल करेंसी e-Rupee पर जनता से उम्मीद के मुताबिक प्रतिक्रिया नहीं मिली. अगर ये सच है तो इनके कारणों के बारे में बताएं और सरकार के डिजिटल करेंसी e-Rupee को पॉपुलर करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताएं.
इन सवालों पर वित्त मंत्री ने कहा, 'रिटेल पायलट प्रोजेक्ट e₹ 1 दिसंबर 2022 को 5 जगहों में क्लोज्ड यूजर ग्रुप के बीच लॉन्च किया गया था, जिसमें पर्सन टू पर्सन (P2P) और पर्सन टू मर्चेंट (P2M) ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इन मर्चेंट्स में चाय वाले, फल वाले, छोटे दुकानदार आते हैं. इसके साथ ही रिटेल चेन, पेट्रोल पंप भी डिजिटल करेंसी के साथ जोड़े जा रहे हैं. इसके साथ ही कई ऑनलाइन मर्चेंट्स भी e-Rupee में लेन-देन कर रहे हैं. अभी तक रिटेल में 4.14 करोड़ रुपये की डिजिटल करेंसी सर्कुलेशन में है.
वित्त मंत्री ने आगे कहा, टेक्नोलॉजिकल आर्किटेक्चर और डिजाइन फीचर्स भी इस पायलट में टेस्ट किए जा रहे हैं. RBI, मीडिया कैंपेन और दूसरे कार्यक्रमों के जरिए डिजिटल रुपी के प्रति लोगों को जागरूक कर रहा है.