Sovereign Gold Bond Scheme: आज से सॉवरेन गोल्ड स्कीम 2022-23 सीरीज-4 सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है, इसमें आप 10 मार्च तक निवेश कर सकते हैं. रिजर्व बैंक ने इसके बारे में 3 मार्च को एक प्रेस रिलीज में जानकारी दी है. इस ये इस वित्त वर्ष की आखिरी सीरीज होगी
रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme) के लिए इश्यू प्राइस 5,611 प्रति ग्राम तय किया है. अगर आप इसे डिजिटल मोड से खरीदते हैं तो इसमें आपको 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट भी मिलेगी यानी आपको ये 5561 रुपये प्रति ग्राम का पड़ेगा. हालांकि दिसंबर 2022 में रिजर्व बैंक ने इसका इश्यू प्राइस 5,409 रुपये प्रति ग्राम रखा था
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सरकार की तरफ से जारी करती है. इसको फिजिकल गोल्ड के विकल्प के रूप में देखा जाता है.फिजिकल गोल्ड के मुकाबले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश ज्यादा सुरक्षित और फायदेमंद माना जाता है. इसमें शुद्धता को लेकर कोई खतरा नहीं होता है और ब्याज भी मिलता है. इन बॉन्ड्स पर दी जाने वाली ब्याज दर शुरुआती निवेश की राशि पर 2.50% सालाना होती है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम एक लंबी अवधि का निवेश है, इसका लॉक इन पीरियड 8 साल का है. हालांकि 5वें साल में आप इससे एग्जिट भी कर सकते हैं. इसमें निवेश करने वालों को सरकार की तरफ से सर्टिफिकेट मिलता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को डीमैट फॉर्म में भी बदला जा सकता है. इसको लोन के लिए कोलैटरल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
कोई भी भारतीय इसमें निवेश कर सकता है. अब सवाल उठता है कि कोई व्यक्ति कितना निवेश कर सकता है. इसमें न्यूनतम निवेश 1 ग्राम है जबकि कोई व्यक्ति इस स्कीम में 4 किलोग्राम तक अधिकतम निवेश कर सकता है. ट्रस्ट और दूसरी ही ऐसी संस्थाओं के लिए अधिकतम निवेश 20 किलो है.
अगर आप इसमें डिजिटल निवेश करते हैं तो ज्यादा फायदेमंद होगा. आप इसको पोस्ट ऑफिस से, बैंक से, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन (SHCIL), क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCIL) और स्टॉक एक्सचेंज NSE और BSE से भी खरीद सकते हैं. इसकी पेमेंट आप डिजिटल तरीक से, UPI से कर सकते हैं. अगर फिजिकल पेमेंट करना चाहते हैं तो कैश, चेक और ड्राफ्ट कुछ भी दे सकते हैं.