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1 जुलाई से विदेश में सैर-सपाटा महंगा, क्रेडिट कार्ड से पेमेंट पर लगेगा 20% टैक्स, जानिए नए नियम

सरकार ने बजट 2023 में, विदेशी टूर पैकेज और LRS (शिक्षा और मेडिकल खर्चों को छोड़कर) के तहत रेमिटेंस पैसे पर TCS दरों को मौजूदा 5% से बढ़ाकर 20% कर दिया.
BQP HindiBQ डेस्क
11:33 AM IST, 18 May 2023BQP Hindi
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विदेश में घूमना-फिरना, शॉपिंग करना और क्रेडिट कार्ड से उसका पेमेंट करना आपको महंगा पड़ने वाला है. दरअसल, केंद्र सरकार ने क्रेडिट कार्ड से विदेशों में किए गए खर्चों को RBI की लिबराइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) में डाल दिया है.

इसका मतलब ये हुआ कि अगर आपने अपने इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड से कोई भी इंटरनेशनल पेमेंट किया, तो उस पर आपको 20% का TCS लगेगा. ये नियम 1 जुलाई 2023 से लागू हो जाएगा.

1 जुलाई से क्या बदल जाएगा

वित्त मंत्रालय ने 16 मई को फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट (चालू खाता लेनदेन) (संशोधन) नियम, 2023 को नोटिफाई किया था. जिसमें इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड पेमेंट्स को भी LRS में शामिल किया गया. इसके पहले विदेशों में इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड के जरिए किए गए पेमेंट्स को LRS लिमिट में शामिल नहीं किया गया था.

इसके अलावा कोई भी विदेशी रेमिटेंस, जिसकी वैल्यू 2.5 लाख डॉलर से ज्यादा होगी (करीब 2 करोड़ रुपये) तो उसके लिए रिजर्व बैंक की मंजूरी की भी जरूरत होगी.

नोटिफिकेशन के मुताबिक - वित्त मंत्रालय ने रिजर्व बैंक से सलाह मशवरा करने के बाद फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट (चालू खाता लेनदेन) नियम, 2000 के नियम 7 को हटा दिया है, इस तरह LRS के तहत इंटरनेशनल क्रेडिट कार्ड के जरिए विदेशों में किए गए खर्चों को इसमें शामिल कर लिया गया है.

सरकार ने बजट 2023 में, विदेशी टूर पैकेज और LRS (शिक्षा और मेडिकल खर्चों को छोड़कर) के तहत रेमिटेंस पैसे पर TCS दरों को मौजूदा 5% से बढ़ाकर 20% कर दिया. नई टैक्स दरें 1 जुलाई, 2023 से लागू होंगी. अभी जो नियम है, उसके मुताबिक - 7 लाख रुपये से ज्यादा के विदेशी रेमिटेंस पर 5% का TCS लगता है, जबकि विदेशी टूर पैकेज पर बिना किसी लिमिट के 5% का TCS लगता है.

अब इसका आप पर कैसे असर पड़ेगा जरा इसको उदाहरणों से समझ लीजिए.

उदाहरण नंबर 1. मान लीजिए कि आपने अमेरिका घूमने का प्लान बनाया और 1 लाख रुपये का एयर टिकट बुक किया. तो 20% TCS के हिसाब से आपको अपफ्रंट 20 हजार रुपये देना होगा.

उदाहरण नंबर 2. मान लीजिए आपने अमेरिका घूमने के दौरान आपने होटल के बिल, शॉपिंग, खाना-पीना सभी का बिल क्रेडिट कार्ड से किया जो कि 2 लाख रुपये था, आपको 40,000 रुपये TCS के रूप में देना होगा.

उदाहरण नंबर 3. इतना ही नहीं, अगर आपने UK, US, UAE या किसी और देश से कोई सॉफ्टवेयर खरीदा है, सब्सक्रिप्शन लिया है, तो भी आपको उस खर्चे पर 20% TCS चुकाना होगा. भले ही आप ये सारी खरीदारी भारत में बैठकर क्यों न कर रहे हों.

ध्यान रखिए कि विदेश में जो भी खर्च आप करेंगे उस पर आपको 1 जुलाई से 20% TCS देना होगा, जो कि पहले 5% था, भले ही आप ये पेमेंट डेबिट कार्ड से करें, कैश में करें या फिर ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए करें, नई चीज ये है कि अब क्रेडिट कार्ड को भी LRS में शामिल कर लिया गया है, जो कि पहले नहीं था.

जैसे- मान लीजिए कि

उदाहरण नंबर 4. आपने अपने परिवार के साथ दुबई घूमने का प्लान बनाया, किसी ट्रैवल एजेंट से 3 रात 4 दिन का कोई पैकेज लिया, जिसकी कुल कीमत बैठी 3 लाख रुपये. जिसमें आपका रहना, खाना, घूमना सब शामिल है. आपने ट्रैवल एजेंट को पेमेंट कैश में, डेबिट कार्ड से, नेटबैंकिंग से या फिर क्रेडिट कार्ड से किया, आपको 20% TCS 1 जुलाई से उस पूरे खर्च पर देना होगा, यानी 60,000 रुपये.

हालांकि आप इस TCS को टैक्स रिटर्न फाइलिंग के दौरान क्लेम कर सकते हैं, लेकिन तबतक के लिए आपका पैसा तो फंस गया.

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लेखकBQ डेस्क
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