वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने FY24 के लिए भारत के GDP ग्रोथ अनुमान को घटा दिया है. उसने भारत के लिए ग्रोथ अनुमान को घटाकर 6.3% कर दिया है. इससे पहले जनवरी में वर्ल्ड बैंक ने FY24 में भारत की GDP ग्रोथ 6.6% रहने का अनुमान जताया था. यानी वर्ल्ड बैंक ने इसमें 0.3% की कटौती की है.
वहीं, FY25 के लिए वर्ल्ड बैंक ने भारत के ग्रोथ अनुमान में 0.3% का इजाफा किया है. इस साल के लिए उसने भारत की ग्रोथ रेट 6.4% रहने का अनुमान जताया है. FY26 के लिए भारत का ग्रोथ अनुमान 6.5% कर दिया गया है.
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की ग्रोथ में सुस्ती की वजह ज्यादा महंगाई और कर्ज की बढ़ती लागत रहेगी. इससे निजी खपत पर असर पड़ेगा. FY25 और FY26 में ग्रोथ के थोड़ा बढ़ने का अनुमान है क्योंकि रिपोर्ट के मुताबिक, महंगाई टोलरेंस रेंज की ओर वापस जाएगी. इमर्जिंग मार्केट और डेवलपिंग इकोनॉमी में भारत सबसे तेजी से ग्रोथ वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी.
वर्ल्ड बैंक ने ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाया है. उसके मुताबिक, 2023 में ग्लोबल ग्रोथ 2.1% रहेगी. जनवरी में, वर्ल्ड बैंक ने 2023 में ग्लोबल ग्रोथ 1.7% रहने का अनुमान जताया था. यानी इसमें 0.4% की बढ़ोतरी की गई है. हालांकि, 2022 की 3.1% ग्रोथ से इसमें गिरावट देखने को मिलेगी. 2024 में ग्लोबल ग्रोथ, रिकवरी के साथ 2.4% रहने की उम्मीद है. वहीं, 2025 में ग्लोबल ग्रोथ के 3% पर पहुंचने का अनुमान है.
इसके अलावा रिपोर्ट में ग्लोबल ग्रोथ पर कहा गया है कि महंगाई का दबाव बना हुआ है और सख्त मौद्रिक नीति से आर्थिक गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ेगा. एडवांस्ड इकोनॉमी में बैंकिंग सेक्टर में तनाव से आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादा बड़े स्तर पर बैंकिंग सेक्टर में उथल-पुथल की संभावना और सख्त मौद्रिक नीति से ग्लोबल ग्रोथ और कमजोर हो सकती है.