गूगल में हुई छंटनी के खिलाफ अब उसके कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है. गूगल के हजारों कर्मचारियों ने इस हफ्ते निकाले गए कर्मचारियों के समर्थन में सड़कों पर उतर आए. इसमें गूगल के सब-कॉन्ट्रैक्टर्स भी शामिल रहे, जिन्होंने अपनी कम सैलरी और काम करने के खराब माहौल का मुद्दा भी उठाया.
गूगल ने कुछ दिन पहले एक झटके में ही 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया, जो कि उसके ग्लोबल वर्कफोर्स का 6% है. इसके खिलाफ गूगल के कर्मचारियों की ओर से बुधवार को एक रैली कैलिफोर्निया में गूगल के हेडक्वार्टर माउंटेन व्यू में और दूसरी रैली न्यूयॉर्क में गूगल के कॉर्पोरेट ऑफिस में निकाली गई.
दरअसल, अल्फाबेट ने अपनी चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए, जिसमें उसे 13.6 बिलियन डॉलर का मुनाफा हुआ. न्यूयॉर्क में 9th एवेन्यू पर गूगल की छंटनी का विरोध कर रहे एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर अल्बर्टा देवोर ने कहा- आज गूगल ने अपने ही तर्क को खारिज कर दिया है, ये तो साफ दिख रहा है कि कंपनी कर्मचारियों की छंटनी से जो बचत कर रही है, वो शेयर बायबैक पर खर्च अरबों डॉलर और पिछली तिमाही में हुए अरबों के प्रॉफिट के मुकाबले कुछ भी नही है'
ये दोनों विरोध प्रदर्शन अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन (AWU) की ओर से आयोजित किए गए थे, हालांकि ये एक मॉइनॉरिटी यूनियन है जिसके पास कंपनी से किसी तरह की सौदेबाजी करने का अधिकार नहीं है. इस यूनियन में गूगल के कॉन्ट्रैक्टर्स भी शामिल हैं और कर्मचारी भी. देवोर का कहना है कि 'हम जिन मुद्दों की बात कर रहे हैं, वे सभी कर्मचारियों को प्रभावित करते हैं, चाहे उनका वास्तविक जॉब स्टेटस या जॉब टाइटल कुछ भी हो.'
कैलिफोर्निया में बुधवार की रैली में, दर्जनों सब-कॉन्ट्रैक्टर्स ने काम करने के खराब माहौल को लेकर बात की. इनका कहना है कि उनकी तनख्वाह और लाभ गूगल के अपने न्यूनतम मानकों और डायरेक्ट कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स से भी काफी नीचे हैं. एक सब-कॉन्ट्रैक्टर ने कहा कि 'हम चाहते हैं कि कम से कम इस नौकरी के साथ जीवित रहने का कुछ मौका हो'
अमेरिका में टेक कंपनियों के हालात बुरे चल रहे हैं, गूगल से पहले सेल्सफोर्स, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट ने बड़ी छंटनियों का ऐलान किया है.