अभी अमेरिका अपने बैंकिंग संकट को संभालने में लगा ही हुआ था कि कल खबर आई कि यूरोप के दिग्गज बैंक क्रेडिट सुईस भी खतरे के निशान तक पहुंच गया है, इसके डूबने की भी आशंका जताई जाने लगी, एक्सचेंज में इसके शेयर 31% तक टूट गए, लेकिन अब खबर ये है कि क्रेडिट सुईस का डिपॉजिट क्राइसिस टालने के लिए स्विस नेशनल बैंक क्रेडिट सुईस में पैसे डालेगा.
क्रेडिट सुईस को 54 बिलियन डॉलर का लोन स्विस नेशनल बैंक की ओर से मिलेगा, ताकि इसको डूबने से बचाया जा सके मार्केट में एक बार फिर भरोसा लौट सके. इस खबर के बाद क्रेडिट सुईस के शेयरों में भी रिकवरी देखने को मिली.
दरअसल, मामला यहां से शुरू हुआ कि क्रेडिट सुईस के सबसे बड़े निवेशक सऊदी नेशनल बैंक के चेयरमैन अम्मार-अल-खुदैरी ने कहा कि वो क्रेडिट सुईस में और निवेश नहीं करेंगे. बस फिर क्या था, अबतक अमेरिका के बैंकिंग संकट को टकटकी लगाए देख रहे लोगों का ध्यान यूरोप के बाजारों की ओर गया, और फिर शुरू हुई यूरोपीय बाजारों के बैंकिंग शेयरों में ताबड़तोड़ बिकवाली.
अमेरिकी बैंकिंग संकट से लोगों को 2008 की यादें ताजा हो रहीं थी, तभी क्रेडिट सुईस के डिपॉजिट संकट ने पूरी दुनिया के बाजारों को मूड खराब कर दिया. 2008 की फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद किसी स्विस बैंक को दी जाने वाली ये सबसे बड़ी वित्तीय मदद है.
ब्लूमबर्ग ने इस बात की जानकारी पहले ही दी थी कि वहां की सरकार, सेंट्रल बैंक और फाइनेंशियल रेगुलेटर FINMA, क्रेडिट सुईस के सबसे बड़े निवेशक के बयान के बाद जो माहौल बना और बाजार में गिरावट आई, उसे संभालने के लिए तरीकों पर चर्चा कर रहे हैं.
इसके पहले क्रेडिट सुईस के CEO कोएनेर ने मंगलवार को सभी से धैर्य बनाए रखने को कहा, उन्होंने दावा किया कि बैंक की माली हालत अच्छी है. उन्होंने क्रेडिट सुईस की लिक्विडिटी कवरेज रेश्यो की ओर इशारा करते हुआ कहा कि ये बताता है कि बैंक तनाव की अवधि में एक महीने से ज्यादा वैल्यू के आउटफ्लो को संभाल सकता है.
क्रेडिट सुइस ने पिछले 6 महीनों में कम से कम दूसरी कर्ज खरीदने (Debt Repurchase) का ऐलान किया है, क्योंकि निवेशकों के सेंटीमेंट्स इस दौरान काफी खराब रहे हैं. इसने पिछले साल अक्टूबर में अपने लगभग 3 बिलियन डॉलर के कर्ज को वापस खरीदने की पेशकश की, उस समय क्रेडिट सुईस ने कहा था कि वो आकर्षक कीमतों पर कर्ज चुकाने के लिए बाजार की स्थितियों का लाभ उठाना चाहता था.