सिलिकॉन वैली बैंक के बाद अमेरिका के एक और छोटे बैंक फर्स्ट रिपब्लिक को डूबने से बचाने के लिए अमेरिका के दिग्गज बैंकों ने मदद का हाथ बढ़ाया है. ब्लूमबर्ग में छपी खबर के मुताबिक अमेरिका के 11 दिग्गज बैंक फर्स्ट रिपब्लिक में एक बड़ी पूंजी डालेंगे.
मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि इन 11 बैंकों में जेपी मॉर्गन, सिटीग्रुप, बैंक ऑफ अमेरिका, वेल्स फार्गो, मॉर्गन स्टेनली, US बैंकॉर्प, ट्रुइस्ट फाइनेंशियल, PNC फाइनेंशियल शामिल हैं. ये सभी मिलकर फर्स्ट रिपब्लिक में 30 बिलियन डॉलर की एक बड़ी पूंजी डालेंगे. जिससे कि इसके डिपॉजिटर्स को पैसे निकालने में दिक्कत न हो.
इसमें जेपी मॉर्गन, बैंक ऑफ अमेरिका, सिटीग्रुप और वेल्स फार्गो 5-5 बिलियन डॉलर की पूंजी फर्स्ट रिपब्लिक में डालेंगे. बाकी बैंक जैसे- गोल्डमैन सैक्स और मॉर्गन स्टैनले 2.5 बिलियन डॉलर की रकम का योगदान देंगे. बाकी के बैंक भी अपनी तरफ से छोटी-मोटी पूंजी डालेंगे.
इन दिग्गज बैंकों की ओर से की जा रही ये कोशिश इसलिए है कि लोगों का अमेरिका के बैंकिंग सिस्टम से भरोसा न हिले, जो डिपॉजिटर्स छोटे बैंकों से अपने पैसे निकाल रहे हैं, उनके अंदर भरोसा पैदा किया जा सके.
बैंकों ने अपने बयान में कहा, 'अमेरिका के सबसे बड़े बैंकों का ये कदम फर्स्ट रिपब्लिक और सभी साइज के बैंकों में उनके भरोसे को दर्शाती है.' बैंकों ने कहा कि सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के बंद होने के बाद बहुत कम बैंकों में अनसिक्योर्ड डिपॉजिट निकाला गया है.
अमेरिका के इन बड़े बैंकों का आगे आकर फर्स्ट रिपब्लिक को बचाने की कोशिश पर अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट येलेन, फेडरल रिजर्व बोर्ड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल और फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस के चेयरमैन मार्टिन ग्रूनबर्ग ने एक साझा बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बैंकों का ये बहुत स्वागत योग्य कदम है. ये हमारे बैंकिंग सिस्टम के लचीलेपन को दिखाता है.
बीते कई दिनों से फर्स्ट रिपब्लिक के शेयरों तेज गिरावट देखने को मिल रही थी. पिछले हफ्ते 8 मार्च को इसका शेयर 115 डॉलर प्रति शेयर पर बंद हुआ था, लेकिन इसके बाद इसमें लगातार गिरावट आती चली गई, ये गुरुवार को एक समय 20 डॉलर के नीचे तक फिसल गया था, लेकिन इसके बाद बैंकों की मदद की खबर से मजबूती लौटी और ये करीब 10% की मजबूती के साथ 34.27 डॉलर पर बंद हुआ.