पूरी दुनिया को महंगाई ने अपनी चपेट में ले रखा है, क्या अमेरिका, क्या श्रीलंका और क्या पाकिस्तान, लेकिन महंगाई सबसे ज्यादा हैं कहां? इनमें से कहीं नहीं. क्योंकि महंगाई ने सबसे ज्यादा कमर तोड़ी है अर्जेंटीना के लोगों की, यहां महंगाई दर 10% या 20% नहीं 100% के ऊपर चली गई है. अर्जेंटीना बढ़ती महंगाई के ऐसे कुचक्र में फंस गया है कि लोग इससे उबर नहीं पा रहे हैं.
अर्जेंटीना में महंगाई का आलम यह है कि एक साल पहले की तुलना में फरवरी में रिटेल महंगाई यहां 102.5% रही है. अगर आपको ये लगता है कि ये तो बहुत ज्यादा महंगाई है, तो आपको ये जानकर और ज्यादा हैरानी हो सकती है कि 1991 के आखिर में जब अर्जेंटीना हाइपरइंफ्लेशन से जूझ रहा था, तब महंगाई दर 3000% थी.
अर्जेंटीना में हर महीने में सामान की कीमतें 6.6% बढ़ीं हैं. जबकि ब्लूमबर्ग सर्वे में 6% से बढ़ने का अनुमान था.
खाने के सामान की कीमतें अर्जेंटीना में आसमान छू रही हैं. एक महीने पहले की तुलना में लगभग 10% बढ़ गई. मंहगाई के इंडेक्स में खाने की चीजों का हिस्सा सबसे ज्यादा होता है. जिसकी वजह से हेडलाइन इंफ्लेशन में ज्यादा उछाल देखने को मिला.
यहां बीफ, जो कि अर्जेंटीना के लोगों की थाली का मुख्य खाना है, पिछले महीने इसके दाम 35% तक बढ़ गए.
ब्राजील और अर्जेंटीना की अर्थशास्त्री एड्रियाना डुपिता ने कहा, 'अर्जेंटीना में महंगाई दर के 100% के पार पहुंचने के पीछे बेहद कमजोर फिस्कल और मॉनेटरी पालिसी है. इसे प्राइस कंट्रोल और मजबूत करेंसी के जरिए कम करने की कोशिश की गई, लेकिन कामयाबी नहीं मिली.
अर्जेंटीना में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, जिसकी वजह से महंगाई एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. महंगाई दोनों टॉप के राजनीतिक दलों के लिए चुनौती है. अर्जेंटीना में महंगाई वोटर्स को लुभाने का एक बड़ा तरीका हो सकता है. पिछले 2 साल से चल रहे आर्थिक संकट के कारण बेरोजगारी बढ़ी है. अर्जेंटीना के लोकल पोल में भी ये देखने को मिल रहा है कि महंगाई वोटर्स की सबसे बड़ी समस्या है.
राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडेज के नेतृत्व वाली अर्जेंटीना की वामपंथी सरकार बढ़ती महंगाई पर काबू पाने की कोशिश कर रही है. लेकिन वे एक स्पष्ट रणनीति बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अल्बर्टो फर्नांडेज का गठबंधन एकसाथ नहीं है. वहीं, पूर्व राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री का गठबंधन भी एकजुट नहीं हुआ है. हालांकि, बाहरी कैंडिडेट जेवियर को फायदा मिल रहा है.