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भारत में फिल्म एंटरटेनमेंट से ज्यादा बड़ा होगा गेमिंग का बाजार, 2025 तक ऐसी होगी इंडस्ट्री की 'तस्वीर'

FICCI और E&Y द्वारा हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में ऐसी तस्वीर सामने आई है.
NDTV Profit हिंदीनिलेश कुमार
NDTV Profit हिंदी09:23 AM IST, 15 May 2023NDTV Profit हिंदी
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Film Entertainment v/s Online Gaming: फिल्में केवल 3 वजहों से चलती है. एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट और एंटरटेनमेंट. डर्टी पिक्चर का ये डॉयलॉग तो याद ही होगा आपको! भारतीय परिप्रेक्ष्य में देखें तो इस सिक्के का दूसरा पहलू ये है कि एंटरटेनमेंट के लिए हम भारतीय, फिल्में खूब देखते हैं. लेकिन नई पीढ़ी के बच्चों और युवाओं का रुझान हाल के वर्षों में ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया की ओर हुआ है. आने वाले वर्षों में ये रुझान और बढ़ने की उम्मीद है.

फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) और अर्न्स्ट एंड यंग (E&Y) द्वारा हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में ऐसी तस्वीर सामने आई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2025 तक भारतीय, फिल्मों की तुलना में ऑनलाइन गेमिंग पर ज्यादा खर्च करेंगे.

FICCI और E&Y की स्टडी रिपोर्ट में बताया गया है कि ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री का रेवेन्यू वर्ष 2025 तक फिल्म एंटरटेनमेंट से अधिक हो जाएगा. इस रिपोर्ट में ऑनलाइन गेमिंग की बढ़ती लोकप्रियता और उपभोक्ता खर्च के मामले में पारंपरिक मनोरंजन क्षेत्रों को पीछे छोड़ने की इसकी क्षमता के बारे में बताया गया है.

फिल्म और गेमिंग सेक्टर का गणित समझें

आंकड़ों से पता चला है कि कोविड के दौर से पहले 2019 में फिल्म एंटरटेनमेंट सेक्टर का रेवेन्यू 19,100 करोड़ रुपये था, जो ऑनलाइन गेमिंग के रेवन्यू (6,500 करोड़ रुपये) का लगभग तीन गुना था.

कोविड महामारी के दौर में सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स वगैरह पर पाबंदियां लगीं और इसके चलते फिल्म एंटरटेनमेंट सेक्टर के रेवेन्यू में 62% की कमी आ गई. इस सेक्टर का रेवेन्यू वर्ष 2023 में फिर से कोविड से पहले वाले लेवल (19,100 करोड़ रुपये) पर पहुंचने की उम्मीद है. वहीं 2025 तक इस सेक्टर का रेवेन्यू 22,800 करोड़ पहुंचने का अनुमान है.

अब बात करें ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री की, तो ये सेक्टर कोविड के दौर में तेजी से बढ़ता रहा और वर्ष 2023 में इसका रेवन्यू 16,700 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. वहीं 2025 तक अनुमानित तौर पर 23,100 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है.

यानी स्पष्ट है कि ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर का रेवेन्यू, फिल्म एंटरटेनमेंट सेक्टर के रेवेन्यू से ज्यादा हो जाएगा.

कहां से आता है रेवेन्यू?

फिल्म एंटरटेनमेंट सेक्टर की बात करें तो इसमें मेन रेवेन्यू थिएटर रिलीज के पैसों से आता है. वहीं, इसमें नेटफ्लिक्स, अन्य OTT और इन-सिनेमा विज्ञापनों के ब्रॉडकास्ट अधिकार और रेवेन्यू शामिल हैं.

दूसरी ओर ऑनलाइन गेमिंग में Rummy और Poker जैसे लेन-देन आधारित गेम रेवेन्यू शामिल हैं. वहीं कैजुअल गेमिंग के साथ-साथ इसमें एडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू भी शामिल होता है.

क्यों बदल रही तस्वीर?

फिल्म सेक्टर के रेवेन्यू में कमी और गेमिंग सेक्टर में बढ़ोतरी के पीछे, पहली बड़ी वजह है- महामारी के दौर में लगाई गई पाबंदियां. कोविड काल में थिएटर्स बंद रहे तो एंटरटेनमेंट के लिए ऑनलाइन गेम खेलना, बड़ा विकल्प था.

भारत में इंटरनेट की बढ़ती पैठ और गांवों तक पहुंच, स्मार्टफोन का इस्तेमाल बढ़ना और सस्ते डेटा प्लान्स के चलते ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री तेजी से बढ़ती चली गई. ऑनलाइन गेमिंग, भारतीयों के लिए मनोरंजन का बड़ा साधन बन गया है और ये सेक्टर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है.

रिपोर्ट से पता चला है कि जैसे-जैसे ऑनलाइन गेमिंग में रुचि बढ़ रही है, इस सेक्टर में 2025 तक 19.5% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ दर (CAGR) आने की उम्मीद है. वहीं फिल्म एंटरटेनमेंट के लिए ग्रोथ की दर 9.8% है.

रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल मीडिया और अन्य सेक्टर में ग्रोथ के कारण ओवरऑल मीडिया और मनोरंजन सेक्टर में 10.5% की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.

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