कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट अंडर ग्रेजुएट यानि CUET-UG अब दो नहीं बल्कि तीन शिफ्ट में होगा. UGC ने पिछले साल मार्च में घोषणा की थी कि सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएट एडमिशन एक सामान्य प्रवेश परीक्षा के जरिए किया जाएगा.
UGC चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने इस जानकारी को साझा किया है. जगदीश कुमार ने कहा कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट अंडर ग्रेजुएट अब तीन शिफ्ट में आयोजित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि JEE और NEET जैसे एंट्रेंस टेस्ट के साथ इसके विलय की योजना कम से कम दो साल पहले घोषित की जाएगी. UGC चेयरमैन ने बताया कि UGC और NTA ये सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं कि CUET-UG पूरी तरह से एरर फ्री हो यानि इसमें किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो.
उन्होंने कहा कि पिछली बार परीक्षा के दौरान कई गड़बड़ियां हुई थीं, लेकिन इस वर्ष सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है. स्टूडेंट्स के अनुभव को ध्यान में रखते हुए योजना बनाई गई है. इसके अलावा हम यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं कि परीक्षा के दौरान कोई गड़बड़ नहीं होगी.
ये टेस्ट 21 मई से 31 मई 2023 के बीच कराए जाएंगे. ये टेस्ट 13 भाषाओं- असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में होंगे. NTA ने देश में करीब 1,000 परीक्षा केंद्रों की पहचान की है, जिनमें से रोजाना 450-500 एग्जाम सेंटर्स होंगे.
जगदीश कुमार ने बताया कि CUET में कोई तकनीकी समस्या होने पर प्लान B के तहत एक्स्ट्रा कंप्यूटर और सेंटर तैयार रखे जाएंगे. उन्होंने बताया कि अब तक 11 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, आने वाले साल में ये संख्या 14 लाख से अधिक होने की उम्मीद है.
CUET का पूरा नाम है कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट. ये परीक्षा देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में एंट्रेंस के लिए आयोजित की जाती है. इस एग्जाम का उद्देश्य देश के सभी 12वीं पास स्टूडेंट्स को केंद्रीय विश्वविद्यालय में एंट्रेंस के समान अवसर देना है. CUET छात्रों को देश भर के किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के लिए स्टूडेंट्स को सिंगल विंडो अवसर देता है.