TCS से राजेश गोपीनाथन का जाना कंपनी के लिए क्या मायने रखता है, और इसके बाद नए CEO कृतिवासन के लिए आगे राह कैसी रहेगी, क्या कंपनी के कामकाज पर किसी तरह का फर्क पड़ेगा. ये सवालों के भंवर अभी सबके दिमाग में घूम रहे हैं और इन सवालों के धुंधलके को साफ करने कोशिश खुद राजेश गोपीनाथन और कृतिवासन ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए की.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों की बौछारों के बीच आउटगोइंग CEO राजेश गोपीनाथन ने भरोसा जताया कि, 'ये बदलाव इतना नाटकीय नहीं होगा' और जब वो ये कह रहे थे तो उनके बगल में नए CEO कृतिवासन भी बैठे थे. गोपीनाथन ने कहा 'हम दोनों ने लंबे वक्त तक एक दूसरे के साथ काम किया है, मुझे नहीं लगता कि ये बदलाव इतना ड्रामैटिक होगा'
TCS के नए MD एंड CEO (MD & CEO) के कृतिवासन ने कहा कि वे ग्राहकों के ट्रांसफॉर्मेशन पर फोकस के साथ अगले 6 महीने राजेश गोपनाथन के साथ मिलकर काम करेंगे.
TCS के मौजूदा CEO राजेश गोपीनाथन ने कहा कि हम दोनों ने लंबे समय तक एक साथ काम किया है. हम अपने ग्राहकों, सहयोगियों, कर्मचारियों और सभी हितधारकों के इसके लिए शुक्रगुजार हैं.
राजेश गोपीनाथन ने कहा कि 22 साल के लंबे करियर को मैंने एंजॉय किया. मेरे लिए कंपनी के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के साथ काम करना सुखद था. बतौर CEO, 6 साल तक इस बड़े संस्थान में काम करना मेरे लिए काफी संतोषजनक रहा. इस दौरान कंपनी का इंक्रीमेंटल रेवेन्यू $10 बिलियन तक बढ़ा और मार्केट कैपिटलाइजेशन $70 बिलियन से भी ज्यादा बढ़ा.
नवनियुक्त CEO के कृतिवासन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि माइक्रो इकोनॉमिक हालातों में बदलाव का मतलब ये नहीं है कि कस्टमर्स ने जो डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन किया है, उन्हें रोकने की जरूरत है. इसे आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है. कृतिवासन ने कहा कि BFSI के नजरिए से, हम टीम के साथ चर्चा करेंगे- हम इसे कैसे संभालेंगे जो आपको जल्द से जल्द सुनने को मिलेगा.
TCS के MD, CEO पद छोड़ रहे राजेश गोपीनाथन ने कहा कि कंपनी के पास बेहतर वर्कफोर्स मौजूद है. TCS के साथ सफर शानदार रहा. कंपनी छोड़ने के लिए इससे बेहतर समय नहीं है. राजेश गोपीनाथन का इस्तीफा 15 सितंबर 2023 से प्रभावी होगा. पद छोड़ने को लेकर एन चंद्रशेखरन के साथ बातचीत लंबे समय से जारी थी. उन्होंने TCS में भरोसा जताने के लिए ग्राहकों को धन्यवाद दिया.