फोनपे (PhonePe) ने एक नए प्लेटफॉर्म के जरिए अब स्टॉकब्रोकिंग बिजनेस में एंट्री कर ली है, ये इसका तीसरा कंज्यूमर फेसिंग ऐप है जो देश के तेजी से बढ़ते रिटेल निवेशकों के आधार का फायदा उठाने की कोशिश करेगा.
इस मैदान में पहले से ही Groww, Upstox और Zerodha जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जिससे फोनपे की सीधी टक्कर होगी. इस डिस्काउंट ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म से निवेशक शेयर, इक्विटीज और म्यूचुअल फंड के क्यूरेटेड बास्केट खरीद सकेंगे. F&O और दूसरे सेगमेंट जल्द ही शुरू होंगे.
इसका वेल्थबास्केट प्रोडक्ट स्मॉलकेस की ओर से दिए जाने वाले क्षेत्र में होगा, जो एक्सचेंज ट्रेडेड सिक्योरिटीज की बास्केट है.
आज बैंगलुरु में शेयर.मार्केट (Share.Market) ऐप के लॉन्च इवेंट के मौके पर कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) समीर निगम ने कहा कि 'हम लगभग चार साल पहले म्यूचुअल फंड में आए, करीब तीन साल पहले बीमा और फिर मर्चेंट लेंडिंग में, स्टॉकब्रोकिंग ने फोनपे के फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रवेश को पूरा कर लिया है.'
ऐप की अगुवाई CEO के रूप में उज्जवल जैन और CFO सुजीत मोदी करेंगे. नया ऐप मई 2022 में फोनपे की ओर से दो वेल्थ मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म वेल्थडेस्क और ओपनक्यू के अधिग्रहण का नतीजा है. जैन और मोदी वेल्थडेस्क के फाउंडर थे. अलग से, CEO समीर निगम ने यह भी संकेत दिया कि कंपनी का ऐप स्टोर भी इसी साल लॉन्च किया जाएगा.
फोनपे $1 बिलियन फंड जुटाने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के बहुत करीब है. इसने 12 बिलियन डॉलर या करीब 99,000 करोड़ रुपये के प्री-मनी वैल्यूएशन पर पांच किस्तों में लगभग 850 मिलियन डॉलर जुटाए हैं.
कंपनी के मुताबिक, फोनपे ने बीमा, वेल्थ मैनेजमेंट, लेंडिंग, स्टॉकब्रोकिंग, ONDC-बेस्ड शॉपिंग और अकाउंट एग्रीगेटर्स जैसे नए बिजनेस को बनाने और बढ़ाने के लिए इन फंड्स को लगाने की योजना बनाई है.
इसने अपने ONDC-बेस्ड शॉपिंग ऐप, पिनकोड के जरिए हाइपरलोकल ई-कॉमर्स में प्रवेश किया है, जो इसका दूसरा कंज्यूमर फेसिंग ऐप था. फंड जुटाने की ये कोशिश फोनपे की ओर से ये घोषणा करने के बाद की गई है कि उसने अपना डोमिसाइल भारत में बदल लिया है और फ्लिपकार्ट से पूरी तरह से अलग हो गया है - एक ऐसा कदम जो भारत में लिस्ट होने वाली कंपनी का के लिए रास्ते खोलता है.
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