Adani Group Shares: अदाणी ग्रुप ने कहा है कि अप्रैल 2025 में इसकी मैच्योरिटी से पहले इसके प्रमोटर्स ने 7,374 करोड़ रुपये के लोन को चुका दिया है. अदाणी ग्रुप ने बताया कि इस प्री-पेमेंट के बाद कुल 23.3 करोड़ शेयर छुड़ा लिए जाएंगे. ये प्री-पेमेंट कई इंटरनेशनल बैंकों और घरेलू वित्तीय संस्थानों को किया जाएगा.
इस प्री-पेमेंट प्लानट के तहत, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के 15.5 करोड़ शेयर छुड़ाए जाएंगे जो कि प्रमोटर्स होल्डिंग का 11.8% हिस्सा हैं. इसी तरह से अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises Ltd) के 3.1 शेयर (4%), अदाणी ट्रांसमिशन के 3.6 करोड़ शेयर (4.5%) और अदाणी ग्रीन एनर्जी के 1.1 करोड़ शेयर (1.2%) छुड़ाए जाएंगे.
इसका असर चारों कंपनियों के शेयरों पर दिख रहा है. अदाणी ग्रीन, अदाणी ट्रांसमिशन पर 5% का अपर सर्किट लगा है, अदाणी एंटरप्राइजेज और अदाणी पोर्ट में भी तेजी है.
पिछले महीने, प्रमोटरों ने सितंबर 2024 की मैच्योरिटी से पहले अदाणी एंड SEZ, अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी ट्रांसमिशन के लिए कर्जों के लिए 1.1 बिलियन डॉलर का प्रीपेमेंट किया. अदाणी ग्रुप ने कहा कि फरवरी में पहले के रीपेमेंट्स के साथ, अदाणी ग्रुप ने शेयर बैक्ड फाइनेंसिंग के लिए 2.02 बिलियन डॉलर का प्रीपेमेंट किया.अदाणी ग्रुप ने कहा कि प्रमोटर्स 31 मार्च से पहले सभी शेयर बैक्ड फाइनेंसिग का प्रीपेमेंट करना चाहते हैं.
अदाणी ग्रुप की ओर से किया जा रहा रीपेमेंट हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद आशंकाओं को दूर करने की कोशिश का हिस्सा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि स्टॉक हेरफेर की गई, जिससे अदाणी ग्रुप की मार्केट वैल्यू 150 बिलियन डॉलर से ज्यादा खत्म हो गई
अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों को खारिज कर दिया, और ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में इसका असर देखने को मिला क्योंकि प्रमोटर्स ने अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट्स और SEZ, अदाणी ग्रीन, अदाणी ट्रांसमिशन में हिस्सेदारी बेचकर अमेरिका स्थित निवेश फर्म GQG पार्टनर्स से 15,446 करोड़ ($1.87 बिलियन) जुटाए.