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एलन मस्क की टेस्ला को टक्कर देने की तैयारी में फॉक्सवैगन, इलेक्ट्रिक कार में बढ़ाएगी निवेश

फॉक्सवैगन ने टेस्ला के साथ कारोबार में अंतर को कम करने के लिए पंचवर्षीय खर्च योजना को 193 बिलियन डॉलर तक बढ़ाया.
BQP Hindiजितेन्द्र ज्योति
BQP Hindi03:20 PM IST, 15 Mar 2023BQP Hindi
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इलेक्ट्रिक कार इंडस्ट्री पर किसका दबदबा होगा. इसे लेकर बड़ी ऑटो कंपनियों के बीच मुकाबला तेज हो गया है. अब फॉक्सवैगन ने एलन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली टेस्ला को टक्कर देने के लिए कमर कस ली है. फॉक्सवैगन ने इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में बड़े निवेश का ऐलान किया है.

फॉक्सवैगन इलेक्ट्रिक व्हीकल और सॉफ्टवेयर निवेश को बढ़ाकर टेस्ला के लिए चुनौती पेश करने के साथ साथ चीन में गिरावट को थामना चाहती है, जिसकी वजह से ऑटो सेक्टर में मांग में गिरावट का खतरा बना हुआ है.

फॉक्सवैगन बढ़ाएगी EV सेगमेंट पर खर्च

जर्मनी की कार निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन अगले पांच साल में खर्च योजना को 13% बढ़ाकर 180 बिलियन यूरो ($193 बिलियन) कर रही है. इसमें दो-तिहाई से अधिक सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट पर खर्च होगा. कंपनी ने कहा कि चीन में मार्केट शेयर के हिसाब से गिरावट को रोकना एक बड़ी चुनौती है.

हम चीन में इंटर्नल कम्बस्टन इंजनों (internal combustion engines) में अपनी ताकत को ई-मोबिलिटी में बदलना चाहते हैं.
ओलिवर ब्लूम, CEO, फॉक्सवैगन

बीते साल चीन में बिक्री घटी

पिछले साल फॉक्सवैगन की चीन में गाड़ियों की बिक्री 40% से भी कम रही. जहां इसकी मार्केट हिस्सेदारी 2020 में 19% से घटकर 15% हो गई. इसमें भी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली. जबकि चीन की लोकल कंपनियों, जैसे BYD और NIO ने आकर्षक मॉडल्स कंपटीटिव उतारे. ऑलिवर ब्लूम का कहना है कि चीन में EV की बिक्री दशक के मध्य तक 50% तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे फॉक्सवैगन को निवेश में और बढ़ोतरी की जरूरत होगी.

फॉक्सवैगन के CEO ने और क्या कहा

फॉक्सवैगन के CEO ब्लूम ने पिछले साल की ब्लॉकबस्टर पोर्शे AG शेयर बिक्री के बाद IPO ड्राई रन की शुरुआत की थी. वहीं ब्लूम ने कहा कि वो लेम्बोर्गिनी या अन्य इकाइयों के लिए शेयर बिक्री से इनकार नहीं करेंगे.

निवेशकों की नजरें ब्लूम पर टिकीं हैं, जिन्होंने पिछले साल सितंबर में कंपनी की कमान संभाली है. कंपनी की योजना जून में एक इन्वेस्टर डे आयोजित करने की भी है. जिसमें वो अपने चुनिंदा बिजनेस यूनिट्स के IPOs को लेकर जानकारी साझा करेगी.

कंपनी के मुनाफे में हुई थी बढ़ोतरी

ब्लूमबर्ग टेलीविजन के साथ इंटरव्यू में फॉक्सवैगन के CFO अर्नो एंटलिट्ज ने कहा कि पिछले साल सभी ब्रैंड ग्रुप में मुनाफा बढ़ा, जिसमें श्कोडा, सीट और VW शामिल हैं. जिसने डिलिवरी में आई गिरावट के बावजूद 2022 में ऑपरेटिंग प्रॉफिट को पिछले वर्ष के €3.5 बिलियन से बढ़ाकर €4 बिलियन कर दिया. इसके आगे मुनाफा कमाना और मुश्किल हो जाएगा. एंटलिट्ज़ ने कहा कि आगे प्रॉफिट और ज्यादा कठिन हो जाएगा, क्योंकि गाड़ियों के प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए आपूर्ति की बाधाएं आसान हो जाएंगी.

फॉक्सवैगन ने कहा कि कंपनी को इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट पर फोकस करना होगा. साथ ही प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग को लेकर नई रणनीति पर काम करना होगा.

बता दें कि फॉक्सवैगन ने इस महीने की शुरुआत में अनुमान लगाया था कि इस साल राजस्व (रेवेन्यू)15% तक बढ़ जाएगा. इसमें ऑर्डर बुक और सेमीकंडक्टर तक बेहतर पहुंच के लिए ऑपरेटिंग रिटर्न 8.5% तक पहुंच जाएगा.

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