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Adani-Hindenburg Case: SEBI ने सुप्रीम कोर्ट में दी याचिका, जांच रिपोर्ट के लिए मांगा 6 महीने का समय

2 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने SEBI को अदाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच करने और 2 महीने के अंदर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी07:31 PM IST, 29 Apr 2023NDTV Profit हिंदी
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सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है और मांग की है कि अदाणी-हिंडनबर्ग रिसर्च (Adani-Hindenburg Case) मामले की जांच पूरी करने के लिए उन्हें 6 महीने का वक्त और चाहिए. अपनी याचिका में SEBI ने कहा है कि उन्हें अपनी जांच को पूरा करने और इसके निष्कर्ष तक पहुंचने में और समय लगेगा.

मार्केट एक्टिविटीज की भी जांच कर रहे: SEBI

मार्केट रेगुलेटर ने कहा कि जिस तरह के आरोप हिंडनबर्ग रिसर्च की तरफ से लगाए गए हैं, उन ट्रांजैक्शंस की जांच पूरी करने में कम से कम 15 महीने का समय लगना चाहिए. हालांकि SEBI ने ये भी कहा कि वो हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि ये जांच 6 महीने के अंदर पूरी की जा सके. इसके साथ ही SEBI ने साफ तौर पर कहा है कि सिर्फ हिंडनबर्ग के आरोप ही नहीं बल्कि हम ये भी जांच कर रहे हैं कि रिपोर्ट छपने के ठीक पहले और बाद मार्केट में किस तरह की एक्टिविटीज हुईं.

जटिल जानकारियों के विश्लेषण में वक्त लगता है: SEBI

SEBI ने याचिका में कहा है, 'इस तरह की जांच में हर कदम पर मिलने वाली जानकारियों से आगे की और परतें खुलती जाती हैं. इस तरह के जटिल ट्रांजैक्शंस की प्रक्रिया में जानकारी जुटाने और उसका विश्लेषण करने में समय लगता है. जिस तरह के ट्रांजैक्शंस के आरोप लगाए गए हैं वो काफी जटिल हैं और उनके साथ काफी सब-ट्रांजैक्शंस जुड़े हुए हैं. इसलिए इस जांच में कई स्रोतों से जानकारी जुटाने और वेरिफाई करने में समय लगता है'.

इस जांच में हमें कई घरेलू और इंटरनेशनल बैंकों की तरफ से बैंक स्टेटमेंट की भी जरूरत पड़ेगी. अब चूंकि 10 साल से ज्यादा पुराने बैंक स्टेटमेंट की भी जरूरत पड़ सकती है इसलिए ये सब इकट्ठा करना मुश्किल भी है और इसमें समय भी लग रहा है.
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI)

अदाणी ग्रुप ने जारी किया बयान

इस मामले पर अदाणी ग्रुप की ओर से भी मीडिया स्टेटमेंट जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि 'एक विदेशी शॉर्ट सेलर की ओर से 25 जनवरी 2023 को लगाए गए आरोपों की जांच SEBI कर रहा है और उस तारीख से पहले और बाद में बाजार में हुई एक्टिविटीज की भी जांच कर रहा है. हम समझते हैं कि SEBI ने अपनी जांच को पूरा करने के लिए और समय के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.'

'हमने जांच का स्वागत किया है, जो सभी को सुनने और सभी मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक निष्पक्ष मौके की अगुवाई करती है. हम सभी कानूनों, नियमों और रेगुलेशंस का पालन करते हैं और हमें विश्वास है कि जीत सत्य की होगी. हम पूरी तरह से SEBI का सहयोग कर रहे हैं और अपना समर्थन और सहयोग जारी रखेंगे.'

'ये देखना उचित रहेगा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के सामने SEBI ने अपनी याचिका में किसी भी तरह के कथित गलत काम का कोई नतीजा नहीं निकाला है. SEBI का आवदेन केवल शॉर्ट-सेलर्स की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का जिक्र करता है, जो अब भी जांच के दायरे में है.'

'जबकि हम अपने बिजनेस और ग्रोथ पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, हम मीडिया से अनुरोध करेंगे कि इस समय अनावश्यक अटकलों से बचें और SEBI और माननीय सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त एक्सपर्ट कमेटी को अपना काम पूरा करने और अपने नतीजे पेश करने की प्रतीक्षा करें.'

प्रवक्ता, अदाणी ग्रुप

आपको बता दें कि 2 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने SEBI को आदेश दिया था कि अदाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच की जाए. सुप्रीम कोर्ट ने 2 महीने में जांच पूरी कर के फाइनल रिपोर्ट जमा कराने को कहा था. स्टेटस रिपोर्ट फाइल करने की डेडलाइन 2 मई को खत्म हो रही है.

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