के कृतिवासन (K Krithivasan) ने आज से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के CEO का पद संभाल लिया है. कृतिवासन ने राजेश गोपीनाथन की जगह ली है. गोपीनाथन ने मार्च में कंपनी को छोड़ने का ऐलान किया था. उन्होंने 31 मई 2023 को CEO और MD के तौर पर अपना पद छोड़ा है.
इससे पहले फकीर चंद कोहली, सुब्रमण्यन रामादोरई और नटराजन चंद्रशेखरन जैसे बड़े नाम कंपनी के CEO रह चुके हैं. राजेश गोपीनाथन के इस्तीफा देने के बाद TCS ने 16 मार्च को कृतिवासन CEO-डेजिगनेट कर दिया था. TCS में CEO का पद जल्दी जल्दी नहीं बदला जाता, क्योंकि 55 साल के इतिहास में कृतिवासन 5वें CEO होंगे. ये दर्शाता है कि कंपनी का मैनेजमेंट और लीडरशिप कितनी मजबूत और स्थायी है.
कृतिवासन ने 34 साल पहले TCS से ही अपने करियर की शुरुआत की थी. आज वो TCS के CEO हैं. 1965 में जन्में, कृतिवासन TCS के सबसे ज्यादा उम्र में नियुक्त होने वाले CEO हैं. इनसे पहले 2017 में राजेश गोपीनाथन, 46 की उम्र में बनने वाले यंगेस्ट CEO थे. कृतिवासन ने मद्रास यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन और IIT कानपुर से इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री की है.
पहली नौकरी उन्होंने TCS में की और आजतक वो इसी कंपनी से जुड़े हैं. इस कंपनी में रहते हुए उन्होंने कई विभागों का काम देखा. सेल्स, फाइनेंशिल सर्विसेज में उनका अहम योगदान है.
इससे पहले कृतिवासन TCS के BFSI वर्टिकल के प्रसिडेंट और ग्लोबल हेड के तौर पर कंपनी के बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस कारोबार को संभालते थे. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, इस भूमिका में, उन्हें प्लानिंग और ग्रोथ स्ट्रैटजी को लागू करने, वित्तीय प्रदर्शन को सुधारने और कस्टमर माइंडशेयर और बाजार में स्थिति को बढ़ाने का काम दिया गया था.
कंपनी के CEO रहे गोपीनाथन ने कृतिवासन के बारे में कहा था कि उन्होंने पिछले दो दशकों से कृति के साथ काम किया है. उन्हें पूरा विश्वास है कि लीडरशिप टीम के साथ TCS को ज्यादा ऊंचाई पर ले जाने के लिए सबसे बेहतर व्यक्ति हैं.