महज 4 महीने लगे और OpenAI ने ChatGPT का नया वर्जन ChatGPT-4 लॉन्च कर दिया. वैसे पहले वर्जन में जो मूलभूत दिक्कतें थीं, जैसे यूजर को धमकी देना या फिर यूजर से के साथ गलत व्यवहार करना, उसको देखते हुए तो नए वर्जन की जरूरत भी महसूस की जा रही थी.
कंपनी का कहना है कि नया वर्जन पुराने की तुलना में बहुत समझदार और पावरफुल टूल है. आपको बता दें कि ChatGPT, OpenAI का चौथा संस्करण है जिसमें ChatGPT से ज्यादा जानकारी को समझने की क्षमता है और ChatGPT की तुलना में और भी बेहतर कॉन्टेंट क्रिएट कर सकता है.
जिसने भी ChatGPT का इस्तेमाल किया है, वो इसकी कमियों को भी समझता है. इसके साथ ही इस वर्जन में पूर्वाग्रहों से ग्रसित होने के भी आरोप लगे थे. कंपनी ने तब कहा था कि AI पर आधारित ये बॉट सीमित जानकारी के साथ तैयार किया गया है. कंपनी ने इसके बाद ही नया चैटबॉट तैयार किया है, जो पिछले बॉट की तुलना में बहुत सुरक्षित बताया जा रहा है.
केवल शब्दों से खेलने की कला में पारंगत होने से एक लेवल ऊपर चला गया है, ChatGPT-4. मल्टीमॉडल टेक्नोलॉजी पर आधारित ये चैटबॉट अब तस्वीरों को भी हैंडल कर सकता है. कोई यूजर तस्वीर और टेक्स्ट सबमिट करता है, तो ChatGPT का नया वर्जन उसकी प्रोसेसिंग कर सकता है. कंपनी आने वाले वक्त में इस मल्टीमॉडल टेक्नोलॉजी में वीडियो को भी जोड़ सकती है.
जिस किसी ने भी ChatGPT पर काम किया है, वो उसकी कमियों को भी भली भांति समझता है. कई बार ChatGPT के उत्तर गलत निकल जाते हैं. कई बार बॉट ऐसे जवाब देता है कि लगता है कि किसी पूर्वाग्रह से ग्रसित है. कुछ यूजर्स ने इसके धमकी देने की भी शिकायत की थी, जिसके बाद माइक्रोसॉफ्ट को भी बीच-बचाव करने आना पड़ा था.
बॉट के इस नए अपडेट को 2021 के भी पहले के डेटा से ट्रेन किया गया है, जो पिछले बॉट में नदारद था.
OpenAI ने अपनी ब्लॉग पोस्ट में इसकी कुछ कमियों को पहले ही बता दिया है कि ये अभी भी कुछ मामलों में सामाजिक रूप से भेदभाव करने वाला, मतिभ्रम और विरोधाभासी प्रॉम्प्ट देने वाला हो सकता है.
अभी तक 3 कंपनियां ChatGPT के इस नए नवेले वर्जन पर या तो काम कर रही हैं या फिर काम करने की प्रक्रिया में हैं. मॉर्गन स्टैनली ने बतौर वेल्थ मैनेजमेंट डेटा को ऑर्गनाइज करने के लिए इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया है. पेमेंट कंपनी स्ट्राइप इंक अभी इसको अपने लेवल पर टेस्ट कर रही है. टेस्टिंग, वो भी इसके फ्रॉड से लड़ने में मदद करने की क्षमता की. भाषाएं सीखने के लिए बनी ड्युओलिंगो ऐप इस बॉट को गलतियां निकालने के लिए और यूजर्स के साथ बातचीत करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है.
जब इंसान थोड़ा बड़ा हो जाता है तो गले में अटकने वाला ये सवाल कोई न कोई रिश्तेदार भी गाहे-बगाहे पूछ ही लेता है. तो चैटबॉट के लिए भी पूछा ही जा रहा है.
जहां माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में $10 बिलियन इन्वेस्ट करने का ऐलान किया है, वहीं गूगल ने अपना AI बॉट बार्ड भी मैदान में लगा दिया है. चीन का बाइडू भी अपने AI बॉट के साथ मैदान में कभी भी दस्तक दे सकता है.