जनवरी 2023 में हुए रिकॉर्डतोड़ मुनाफे के बाद नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों की पकड़ बाजार पर कुछ ढीली पड़ी है. फरवरी में इन कंपनियों के रेवेन्यू में गिरावट दर्ज की गई.
जनरल इंश्योरेंस काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों का ग्रॉस प्रीमियम जनवरी की तुलना में 22% गिरकर 19,876 करोड़ रुपये रहा है. हालांकि सालाना आधार पर रेवेन्यू में 20% की बढ़त दिखी है. कोविड से ठीक पहले यानी, फरवरी 2020 की तुलना में ये 26% ज्यादा है.
सरकारी नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों का रेवेन्यू, जनवरी के मुकाबले 51% गिरकर 1,173 करोड़ रुपये हो गया.
घर, यात्रा, मोटर, स्वास्थ्य, फायर और अन्य प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं के लिए इंश्योरेंस करने वाली जनरल इंश्योरेंस कंपनियों का रेवेन्यू पिछले महीने की तुलना में 20% गिरकर 16,384 करोड़ रुपये हो गया है. हालांकि, साल दर साल ये 16% बढ़ा है.
स्टैंडअलोन प्राइवेट हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों के रेवेन्यू में महीने-दर-महीने सबसे कम गिरावट देखी गई, जो 9% गिरकर 2,320 करोड़ रुपये रही है.
ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस का रेवेन्यू महीने-दर-महीने 36% गिर गया और साल-दर-साल 5% गिरकर 1,338 करोड़ रुपये रहा. फरवरी में इसका मार्केट शेयर 8.37% था, जबकि एक साल पहले ये 8.3% और जनवरी में 8.52% था.
न्यू इंडिया एश्योरेंस का ग्रॉस प्रीमियम पिछले महीने की तुलना में 27% गिर गया, लेकिन साल-दर-साल 3% बढ़कर फरवरी में 2,319 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. इसका मार्केट शेयर एक साल पहले की तुलना में 15.05% से गिरकर 13.57% हो गया.
स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस के लिए ग्रॉस प्रीमियम पिछले महीने की तुलना में 1% गिर गया, लेकिन साल-दर-साल 16% बढ़कर फरवरी में 1,185 करोड़ रुपये हो गया.
इसका मार्केट शेयर जनवरी के 4.67% की तुलना में, फरवरी में बढ़कर 4.78% हो गया. हालांकि, एक साल पहले के 4.94% से ये कम रहा.