गौतम अदाणी (Gautam Adani) को इंडिया टुडे (India Today) की ओर से साल 2022 का 'न्यूजमेकर ऑफ द ईयर' का अवॉर्ड मिला है. इस मौके पर गौतम अदाणी ने इंडिया टुडे के राज चेंगप्पा को इंटरव्यू दिया. इंटरव्यू में गौतम अदाणी ने उनके ग्रुप पर कर्ज को लेकर पूछे गए सभी सवालों का खुल कर जवाब दिया. गौतम अदाणी ने बताया कि कैसे पिछले 9 साल में उनके ग्रुप का मुनाफा, ग्रुप को दिए कर्ज से दोगुनी रफ्तार में बढ़ा.
अदाणी ग्रुप पर 2 लाख करोड़ रुपये के कर्ज पर गौतम अदाणी ने कहा कि, "हमारे ग्रुप पर कर्ज को लेकर चल रही बातचीत को लेकर मुझे बहुत आश्चर्य हुआ है. अदाणी ग्रुप, आर्थिक रूप से बहुत मजबूत और सुरक्षित है. इस तरह की आवाजें दो कैटेगरी से आ रही हैं. पहली कैटेगरी उन लोगों की है जो कंपनी के कर्ज और वित्तीय स्थिति की विस्तृत बारीकियों को समझने के लिए बहुत अधिक गहराई तक नहीं जा रहे हैं. मुझे यकीन है कि अगर वे वित्तीय विवरणों को समझने का प्रयास करेंगे तो कर्ज के बारे में सभी गलतफहमियां दूर हो जाएंगी. हालांकि, निहित स्वार्थ वाले लोगों की दूसरी कैटेगरी जान-बूझकर समूह की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए भ्रम और गलतफहमी पैदा कर रही है.
कंपनी के मुनाफे के मुकाबले घटते कर्ज पर गौतम अदाणी ने कहा कि, "पिछले 9 वर्षों में, हमारा मुनाफा हमारे कर्ज की दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है, जिसके कारण हमारा डेट टू EBITDA रेश्यो 7.6 से घटकर 3.2 हो गया है, जो कि एक बड़े समूह के लिए काफी बेहतर है. यही कारण है कि न केवल नेशनल बल्कि इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसियों ने हमें भारत की सॉवरेन रेटिंग के बराबर दर्जा दिया है. मेरे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि भारत में किसी अन्य कॉरपोरेट ग्रुप के पास, अदाणी ग्रुप जैसी शानदार रेटिंग वाली कंपनियां नहीं हैं."
भारतीय बैंकों से अदाणी ग्रुप को मिले कर्ज के सवाल पर गौतम अदाणी ने कहा कि, "लोग तथ्यों की पुष्टि किए बिना चिंता जताते हैं. सच यह है कि 9 साल पहले हमारे कुल कर्ज का 86% हिस्सा, भारतीय बैंकों का कर्ज था. लेकिन अब, हमारे कुल उधार में भारतीय बैंकों का एक्सपोजर घटकर केवल 32% रह गया है. हमारी उधारी का लगभग 50% इंटरनेशनल बॉन्ड्स के माध्यम से है."