आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को कथित दिल्ली लिकर पॉलिसी केस (Delhi Liquor Policy Scam) में बेल मिल गई है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मामले के लंबित रहने के दौरान संजय सिंह को रिहा किया जाए.
राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने की इजाजत मिली
संजय सिंह को अक्टूबर 2023 में गिरफ्तार किया गया था. उनकी रिहाई शर्तों के साथ की जा रही है. इन शर्तों को ट्रायल कोर्ट तय करेगा. सबसे अहम सुप्रीम कोर्ट ने सिंह को राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की भी इजाजत दी है.
ऐसे में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से मुसीबत में नजर आ रही आम आदमी पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव के ठीक पहले ये राहत की बड़ी घटना साबित हो सकती है.
अरविंद केजरीवाल भी हुए गिरफ्तार
बता दें 21 मार्च को इसी केस में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें 1 अप्रैल को 2 हफ्ते के लिए तिहाड़ जेल भेज दिया गया है. इससे पहले वे ED की कस्टडी में थे.
1 अप्रैल को राउज एवेन्यू कोर्ट में हुई सुनवाई में ED ने कहा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, ऐसे में उनकी कस्टडी को और आगे बढ़ाने का सवाल नहीं है. इसके बाद केजरीवाल को तिहाड़ भेज दिया गया.
अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह के अलावा इस जांच में गिरफ्तार होने वाले बड़े नेता पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली के ही पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी हैं.
क्या है कथित दिल्ली लिकर पॉलिसी स्कैम?
केजरीवाल सरकार ने नई शराब नीति को 2021 में लागू किया था. नई नीति से रेवेन्यू बढ़ने का अनुमान लगाया गया था. लेकिन इससे रेवेन्यू बढ़ने के बजाए घटने लगा, जिसके बाद दिल्ली सरकार पर सवाल उठने लगे.
इसके बाद मुख्य सचिव नरेश कुमार ने नई नीति में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. राज्यपाल ने उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर 22 जुलाई 2022 को मामले में CBI जांच की सिफारिश की थी. उसके बाद इस मामले में भ्रष्टाचार की जांच के लिए ED भी एक्शन में आ गई है.