गवर्नमेंट बॉन्‍ड में निवेश के लिए मोबाइल ऐप लॉन्‍च करेगा RBI, रिटेल डायरेक्ट स्कीम पर बड़ा ऐलान

मोबाइल ऐप लॉन्च होने के बाद गवर्नमेंट सिक्योरिटीज को खरीदना और बेचना बेहद आसान हो जाएगा. पढ़ें पूरी डिटेल.

Source: RBI

Investment in Retail Direct Scheme via Mobile App: जल्‍द ही गवर्नमेंट बॉन्‍ड या सिक्‍योरिटीज (G-Sec) में निवेश करना बेहद आसान हो जाएगा. वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) की पहली मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग के बाद RBI गवर्नर शक्तिकांता दास (Shaktikanta Das) ने कई अहम घोषणाएं की, जिनमें से एक रिटेल डायरेक्‍ट स्‍कीम को लेकर भी है.

गवर्नमेंट सिक्योरिटीज मार्केट में रिटेल निवेशकों (Retail Investors) की भागीदारी बढ़ाने और प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए RBI जल्द ही एक मोबाइल ऐप (Mobile App) लॉन्‍च करने वाला है. मोबाइल ऐप लॉन्च होने के बाद इन सिक्योरिटीज को खरीदना और बेचना बेहद आसान हो जाएगा.

2021 में लॉन्‍च की गई थी स्कीम

रिटेल डायरेक्ट स्कीम को 2021 में लॉन्च किया गया था. G-Sec में निवेश के लिए रिटेल इन्‍वेस्‍टर्स की पहुंच को आसान बनाने के लिए इसे लाया गया था. रिटेल डायरेक्ट स्कीम, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में इनडिविजुअल इन्‍वेस्‍टर के निवेश की सुविधा के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन है. इस प्रोसेस में किसी एजेंट या मीडिएटर की जरूरत नहीं होती है.

Also Read: महंगाई से UPI तक, RBI मॉनिटरी पॉलिसी के 5 बड़े ऐलान जिनके बारे में जानना है जरूरी

RBI गवर्नर ने क्‍या ऐलान किया?

केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि RBI, रिटेल डायरेक्ट स्कीम के लिए एक डेडिकेटेड मोबाइल ऐप लॉन्च करेगा, जिससे इन्‍वेस्‍टर्स बिना किसी पेरशानी या रुकावट के पेमेंट कर सकेंगे.

RBI ने कहा है कि गवर्नमेंट सिक्योरिटीज तक निवेशकों की पहुंच को आसान और बेहतर बनाने के लिए रिटेल ‘डायरेक्ट पोर्टल’ की एक मोबाइल ऐप तैयार की जा रही है. ये ऐप जल्‍द ही इस्‍तेमाल के लिए एवलेबल होगा. इसके जरिये आप कभी भी, कहीं से भी, गवर्नमेंट बॉन्ड या सिक्योरिटीज खरीद पाएंगे और बेच भी पाएंगे.

Also Read: 'महंगाई का हाथी निकला जंगल की सैर पर', पॉलिसी ऐलान में RBI गवर्नर ने ऐसा क्‍यों कहा?

गवर्नमेंट बॉन्ड में निवेश के क्‍या फायदे हैं?

गवर्नमेंट सिक्योरिटीज या बॉन्‍ड, ऐसे इन्‍वेस्‍टमेंट प्रोडक्ट होते हैं, जो केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की ओर से जारी किए जाते हैं. आम लोगों से पूंजी जुटाने के लिए सरकारें बॉन्‍ड जारी करती हैं.

  • केंद्र सरकार ट्रेजरी बिल (1 साल से कम अवधि के लिए) और डेट सिक्योरिटीज, दोनों जारी करती है, जबकि राज्य सरकारें सिर्फ डेट सिक्योरिटीज ही जारी कर सकती हैं.

  • इनमें निवेश सुरक्षित होता है. पैसे डूबने के चांसेस नहीं होते और कांट्रैक्‍ट में तय किए गए कूपन रेट के आधार पर ब्याज का भुगतान किया जाती है.

  • बॉन्ड की मैच्योरिटी पर इन्‍वेस्‍टर को निवेश की पूरी राशि वापस मिल जाती है. यानी ब्‍याज के तौर पर दी गई राशि ही आपके लिए लाभ होगी.

सुरक्षित निवेश और बेहतर रिटर्न की दृष्टि से गवर्नमेंट सिक्योरिटीज (G-Sec) एक अच्‍छा विकल्‍प माना जाता है.

जरूर पढ़ें
1 भारतीय बाजारों के लिए शानदार ग्लोबल संकेत, ये शेयर आज फोकस में रखें
2 CPI April Data: रिटेल महंगाई अप्रैल महीने में 4.83% रही, 11 महीने के निचले स्तर पर आई
3 RBI ने बैंक ऑफ बड़ौदा के मोबाइल ऐप BoB वर्ल्‍ड से हटाया प्रतिबंध, अब जुड़ सकेंगे नए ग्राहक; जानिए पूरा मामला