भारत में बनेंगे बड़े पैमाने पर आईफोन! टाटा ग्रुप खरीदेगा पेगाट्रॉन का प्लांट, मई तक डील पूरी होगी!

मोदी सरकार चाहती है कि एप्पल ज्यादा से ज्यादा आईफोन का उत्पादन भारत से करे, इसके लिए सरकार ने ताइवान के फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप और पेगाट्रॉन सहित प्रमुख एप्पल सप्लायर्स को प्रोत्साहित करने के लिए उत्पादन से जुड़ी सब्सिडी की पेशकश की है.

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भारत में जल्द ही बड़े पैमाने पर आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू होगी, क्योंकि टाटा ग्रुप पेगाट्रॉन का नियंत्रण (Pegatron Corp.) बहुत जल्द अपने हाथ में लेने वाला है. पेगाट्रॉन वो कंपनी है जो भारत में एप्पल की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर है और आईफोन बनाती है. ब्लूमबर्ग में छपी खबर के मुताबिक टाटा ग्रुप ये डील मई में ही पूरा कर सकती है. ऐसा होते ही टाटा ग्रुप और एप्पल के बीच रिश्ते और भी मजबूत हो जाएंगे. फिलहाल टाटा ग्रुप कर्नाटक में आईफोन की असेंबलिंग करती है, जो उसने विस्ट्रॉन कॉर्प का अधिग्रहण करने के बाद शुरू किया था.

पेगाट्रॉन से बातचीत अंतिम चरण में

फॉक्सकॉन के बाद पेगाट्रॉन दूसरी कंपनी है जो भारत में आईफोन 14 की असेंबलिंग करती है. मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक, टाटा ग्रुप ताइवान की कंपनी पेगाट्रॉन के साथ इस डील की बातचीत के अंतिम चरण में है. इनमें भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में चेन्नई के पास एक आईफोन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और एक दूसरा प्लांट भी है, जिसका निर्माण कार्य अभी चल रहा है.

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मामले की जानकारी रखने वाले इन लोगों ने पहचान नहीं जारी करने की शर्त पर बताया कि इस डील के बाद पेगाट्रॉन से टाटा को मैन्युफैक्चरिंग विशेषज्ञता में मदद मिलने की उम्मीद है. इन सूत्रों ने बताया कि सौदा पूरा होने के बाद टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, पेगाट्रॉन का कामकाज देखेगी, रॉयटर्स ने इस महीने की शुरुआत में बातचीत के बारे में रिपोर्ट दी थी. ब्लूमबर्ग का कहना है कि टाटा के प्रतिनिधि ने मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया है, जबकि पेगाट्रॉन की ओर से कोई बयान नहीं आया है.

एप्पल के लिए क्यों जरूरी है डील?

ये डील उन कोशिशों को नतीजा है, जिसमें एप्पल जियोपॉलिटिकल तनावों के चलते चीन से अपनी सप्लाई को भारत में शिफ्ट करना चाहती है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की तरफ से दिए जा रहे वित्तीय प्रोत्साहनों की वजह से भी एप्पल ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन भारत से करना चाहती है. पिछले साल से ही खबरें आ रही हैं कि एप्पल का उत्पादन और बिक्री चीन में काफी गिरी है.

मोदी सरकार चाहती है कि एप्पल ज्यादा से ज्यादा आईफोन का उत्पादन भारत से करे, इसके लिए सरकार ने ताइवान के फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप और पेगाट्रॉन सहित प्रमुख एप्पल सप्लायर्स को प्रोत्साहित करने के लिए उत्पादन से जुड़ी सब्सिडी की पेशकश की है.

टाटा ग्रुप पड़ोसी राज्य कर्नाटक में ताइवान के विस्ट्रॉन कॉर्प से एक आईफोन फैक्ट्री का अधिग्रहण करके पहली बार आईफोन असेंबलर बना था. ये एप्पल के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक नया आईफोन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाने की भी योजना बना रहा है.

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