एविएशन कंपनी स्पाइसजेट (SpiceJet) और लेसर सेलेस्टियर एविएशन (Celestial Aviation) के बीच चल रहा पैसों का विवाद आखिरकार खत्म हुआ. लेसर सेलेस्टियर एविएशन ने स्पाइसजेट के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में दाखिल की गई इंसॉल्वेंसी यानी दिवालिया की याचिका को वापस ले लिया.
NCLT में पिछली सुनवाई में दोनों पार्टियों ने स्वीकारा था कि उनके बीच बातचीत जारी है और सेटलमेंट और रिजोल्यूशन होने का अनुमान है. सेटलमेंट की तरफ चल रही बातचीत के चलते एविएशन कंपनी स्पाइसजेट ने कार्रवाई को स्थगित करने का अनुरोध किया था.
लेसर के वकील नितिन सरीन (Nitin Sarin) और स्पाइसजेट की ओर से वरिष्ठ वकील कृष्णेंदु दत्ता (Krishnendu Dutta) इस कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा थे.
अक्टूबर में स्पाइसजेट ने NCLT को सेलेस्टियल एविएशन के साथ अपना पक्ष रखते हुए सेटलमेंट को लेकर हामी भरी थी. वहीं, लेसर की ओर से आरोपों का जवाब देते हुए दिसंबर में स्पाइसजेट ने ट्रिब्यूनल को जानकारी दी थी कि कंपनी सेलेस्टियल एविएशन को भुगतान करना शुरू कर दिया है.